दुर्घटना में जख्मी सीएस ऑफिस के कर्मी की मौत
मंगलवार की रात दुर्घटना में जख्मी हुए सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मी पंकज कुमार की मौत हो गई। पंकज की उम्र लगभग 35 साल थी। पंकज कुमार नवादा जिला का रहने वाला था तथा शेखपुरा जिला के अरियरी थाना के डीहा गांव में रहकर शेखपुरा में नौकरी कर रहा था।
शेखपुरा । मंगलवार की रात दुर्घटना में जख्मी हुए सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मी पंकज कुमार की मौत हो गई। पंकज की उम्र लगभग 35 साल थी। पंकज कुमार नवादा जिला का रहने वाला था तथा शेखपुरा जिला के अरियरी थाना के डीहा गांव में रहकर शेखपुरा में नौकरी कर रहा था। पंकज सिविल सर्जन कार्यालय शेखपुरा में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। डीहा गांव में पंकज का ननिहाल था। पंकज की पत्नी बिहार पुलिस में महिला जवान हैं तथा अभी पूर्णिया में तैनात हैं। पंकज के दो बच्चे हैं, जिसमें एक लड़का और के लड़की हैं। यहां बताना जरुरी है कि मंगलवार की रात लगभग नौ बजे बाइक और ऑटो की टक्कर में पंकज कुमार सहित चार लोग जख्मी हो गये थे। पंकज खुद बाइक पर सवार था व तीन अन्य जख्मी लोग ऑटो में सवार थे। ऑटो और बाइक की यह टक्कर शेखपुरा के दल्लू चौक रेलवे क्रासिग के उस पार हुई थी। इस बाबत पुलिस ने बताया कि मंगलवार की रात इस दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी स्वास्थ्यकर्मी पंकज कुमार को इलाज के लिए पटना ले जाया जा रहा था, तब रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इधर बुधवार को मृतक पंकज के लाश की पोस्टमार्टम करके उसे परिवार वालों को सौंप दिया गया। परिजनों को लाश सौंपने के पहले सदर अस्पताल परिसर में ही विभाग के अधिकारियों तथा कर्मियों ने पंकज के शव पर फूल-माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसमें खुद सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह, डॉ केएमपी सिंह, डॉ अशोक कुमार सिंह के अलावे स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों अनिल कुमार, सुशांत कुमार, मुरारी कुमार, यद्दु प्रसाद, रामाधार प्रसाद, धर्मशीला कुमारी एवं अस्पताल प्रबंधक सहित अन्य लोग भी शामिल हुए।
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मां की मौत पर पंकज को मिली थी नौकरी, मां भी दुर्घटना की शिकार हुई थी
जागरण संवाददाता, शेखपुरा :
पंकज को स्वास्थ्य विभाग के अनुकंपा पर नौकरी मिली थी। लगभग सात साल पहले पंकज ने स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सेवा शुरू की थी। इस बाबत विभागीय जानकारी में बताया गया कि पंकज की मां भी स्वास्थ्य विभाग में ही सेवारत थी। जानकारी में बताया गया कि पंकज की मां शेखपुरा जिला में ही एएनएम थी। लगभग आठ साल पहले पंकज की मां भी दुर्घटना की ही शिकार हुई थी। तब यही पंकज बाइक से अपनी मां को जिला के अरियरी पीएचसी पहुंचाने जा रहा था। उसी दौरान पंकज की बाइक दुर्घटना की शिकार हो गई थी,जिसमें उसकी एएनएम मां की मौत हो गई थी। मां की मौत के बाद ही अनुकंपा के आधार पर पंकज को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी मिली थी। बताया गया कि मां भी नैहर डीहा में रहकर नौकरी करती थी। जब मां के स्थान पर पंकज को नौकरी मिली तो वह भी ननिहाल में ही रहकर अपनी नौकरी कर रहा था। पंकज रोज डीहा से शेखपुरा आता-जाता था।
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पोस्टमार्टम हाउस में पति की लाश देख अवाक रह गई पत्नी फोटो 03- जागरण संवाददाता, शेखपुरा :
बुधवार को शेखपुरा के सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में अपने पति पंकज की लाश को देखकर उसकी पत्नी अवाक रह गई। इसके पहले दुर्घटना की सूचना पाकर उसकी पत्नी आनन-फानन में किसी तरह पूर्णिया से शेखपुरा पहुंची। इसके पहले परिजनों ने मंगलवार की रात पंकज की पत्नी को पंकज के जख्मी होने की सूचना दी थी। जख्मी होने की सूचना पर रतजगा करके तथा पति की कुशल-क्षेम की प्रार्थना करती हुई जब वह बुधवार की सुबह लगभग दस बजे सदर अस्पातल परिसर में प्रवेश किया तो यहां का माहौल देखते ही वह भांप गई कि जिस अनहोनी की आशंका थी वह अनहोनी हो चुकी है। बाद में परिजनों ने उसे संभाल कर मृत पति के अंतिम दर्शन के लिए पोस्टमार्टम हाउस ले गये। इस बाबत परिजनों ने बताया कि पंकज और उसकी पत्नी अपने दोनों बच्चों एक बेटा और के बेटी को अच्छी शिक्षा देकर दोनों को बड़े पद के काबिल बनाने का सपने संजोये थे। मृतक पंकज के दोनों बच्चों की उम्र आठ से दस साल के बीच है। अपने दोनों बच्चों को उंची शिक्षा देकर उच्च पद पर पहुंचाने के सपने को साकार करने के लिए ही पंकज की पत्नी ने भी दो साल पहले कड़ी मेहनत करके बिहार पुलिस ने नौकरी हासिल किया था।