अच्छे चरित्र के बिना कोई भी सफलता टिकाऊ नहीं
शेखपुरा-बुधवार को शेखपुरा कलेक्ट्रेट के सभागार में दैनिक जागरण का बाल संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गय
शेखपुरा-बुधवार को शेखपुरा कलेक्ट्रेट के सभागार में दैनिक जागरण का बाल संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस बाल संवाद कार्यक्रम में जिला प्रशासन के मुखिया के नाते खुद डीएम योगेंद्र ¨सह शामिल हुए। अपनी तरह के इस अनूठे कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने डीएम से सीधे रूबरू होकर तरह-तरह के सवाल पूछे तथा डीएम ने बड़ी ही सहजता और धैर्य से बच्चों के सवालों का जवाब दिया। बच्चों के साथ डीएम इतने रम गए कि चालीस मिनट का यह तय कार्यक्रम पूरे एक घंटा पचास मिनट तक चला। इसमें स्कूली बच्चों ने सरकारी स्कूलों में शिक्षण की गिरती दशा से लेकर जिला के विकास, आज के दौर की राजनीति में सुधार एवं सरकारी कार्यालयों में कथित भ्रष्टाचार से जुड़े सवाल पूछे। दैनिक जागरण के इस बाल संवाद कार्यक्रम में डीएम ने कहा कि काम कोई भी करें, मगर ध्यान रहे कि आपके चरित्र पर दाग न लगने पाए। डीएम ने बाल संवाद में शामिल छात्र-छात्राओं को मन लगाकर पढाई करने की सलाह दी तथा कहा कि चरित्र को सबसे उपर रखें। डीएम ने कहा कि अच्छे चरित्र के बिना जीवन की कोई भी सफलता कारगर नहीं होती। बाल संवाद के इस कार्यक्रम में डीइओ नंदकिशोर राम तथा डीपीओ सतीश प्रसाद ¨सह भी शामिल हुए। बाल संवाद में शेखपुरा के संस्कार पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं तनुप्रिया, रुस्तम, नयन, रूचि भारती, खुशिका, राजा बाबू, साक्षी राज, सुरुचि, ऋतिका व अंकित राज ने डीएम से सवाल किए। पेश है इस बातचीत के अंश।
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प्रश्न: आपकी सफलता में आपके दोस्तों का कितना योगदान है?
सुरुचि
उत्तर : डीएम योगेन्द्र ¨सह ने कहा कि मेरी प्राथमिक से लेकर हाईस्कूल तक की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल में हुई है। इसके बाद उच्च शिक्षा तथा एमफिल दिल्ली से की। मेरी सफलता में दोस्तों का भी काफी योगदान है। इसलिए सभी बच्चे अच्छे दोस्तों का चयन करें। अच्छे दोस्त रहेंगें तो आप भी अच्छा ही करेंगे और अगर दोस्त बुरे मिले तो उसका असर आप पर भी होगा।
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प्रश्न : सरकारी कार्यालयों में कब खत्म होगा भ्रष्टाचार?
तनुप्रिया
उत्तर - डीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार का मामला दोनों पक्षों लेने वाले और देने वाले से जुड़ा हुआ है। जब तक दोनों पक्षों में सामंजस्य नहीं होगा, तब तक भ्रष्टाचार का मामला नहीं बनेगा। आज जरूरत है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ युवा पीढ़ी ईमानदारी से खड़ी हो। रिश्वत के मामले में जितना दोष लेने वाले का है उतना ही दोष देने वाले का होता है।
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प्रश्न-शादी में नौकरी वाली बहू की नई प्रथा चल पड़ी है, क्या है इसकी वजह?
खुशिका
उत्तर- डीएम ने कहा कि इसके पीछे मुख्य वजह आर्थिक है। आज अधिकांश लोग इस वजह से नौकरी वाली बहू को पहली प्राथमिकता देते हैं या फिर नौकरीवाली बहू ही खोजते हैं। आज के दौर में लड़कियां भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। इस कारण उनसे नौकरी करने की अपेक्षा बढ़ गई है।
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प्रश्न- आपने करियर के तौर पर सिविल सर्विसेज ही क्यों चुना?
राजा बाबू
उत्तर- डीएम ने कहा कि चुनौतियों से कभी भागना नहीं चाहिए। सिविल सर्विसेज में भी वही आगे आते हैं, जिनमें चुनौतियों को स्वीकार करने का जज्बा होता है। मैं भी समाज में निर्णायक भूमिका में आना चाहता था। जिससे देश व समाज के लिए कुछ बेहतर कर सकूं। प्रगति के नए मानक गढ़ सकूं। इसलिए सिविल सर्विसेज को करियर के तौर पर चुना।