रेड जोन से आए प्रवासी को प्रखंड क्वारंटाइन में जगह नहीं
जिले के विभिन्न प्रखंडों में रेड जोन से आए प्रवासी श्रमिकों को भी प्रखंड स्तरीय क्रंटाइन सेंटर पर जगह नहीं मिल रही है। विशेष ट्रेन से आने वाले प्रवासी क्वारंटाइन सेंटर पहुंच रहे हैं।
जासं, शेखपुरा: जिले के विभिन्न प्रखंडों में रेड जोन से आए प्रवासी श्रमिकों को भी प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रहने की जगह नहीं दी जा रही है। वहीं ग्रामीण स्तर के क्वारंटाइन में रखने की जगह होम क्वारंटाइन रहने की सलाह अधिकारी दे रहे हैं। शेखपुरा सदर प्रखंड के कारे गांव में सूरत से आए 6 लोग गांव के स्कूल में ही रह रहे हैं। जिसका ग्रामीणों के द्वारा विरोध किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों से शिकायत करने पर कोई पहल नहीं हो रही। इसी तरह का मामला बरबीघा प्रखंड के केउटी में भी सामने आया। क्वारंटाइन में जगह नहीं मिलने की वजह से दिल्ली से आया एक परिवार खेतों में बैठकर समय बिता रहा है। पीड़ित ने बताया कि स्थानीय स्कूल में उन्हें जगह नहीं मिली और घर पर रहने की सलाह दी गई और गांव में लोग घर पर रहने नहीं देते। जिला का पहला कोरोना मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौटा
जागरण संवाददाता, शेखपुरा : जिला का पहला कोरोना पॉ•िाटिव मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट आया है। इस युवक को स्वास्थ्य विभाग बुधवार को सम्मानित करेगा। यह युवक सदर प्रखंड के गवय पंचायत के लोदीपुर गांव का है। इसकी रिपोर्ट 20 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। इस युवक को कोरोना पर विजयी पाने में 25 दिन का समय लगा। जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया इस युवक की लगातार तीन रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पिछले सप्ताह इसकी चौथी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
चौथी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी एहतियात के तौर पर इसको एनएमसीएच में रखकर डाक्टर इसके स्वास्थ्य पर नजर रख रहे थे। लगातार तीन रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद इसे पटना के एनएमसीएच रेफर कर दिया गया था। वहां से पूरी तरह स्वस्थ्य होकर यह युवक शुक्रवार की शाम घर वापस लौट आया है।
युवक लगातार तीन बार पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी इसका स्वास्थ्य कभी भी खतरनाक नहीं हुआ। यह 25 दिनों तक आइसोलेशन में सामान्य रूप से रहा। 24 अप्रैल को मुंबई से स्कूटी चलाकर घर लोदीपुर आया। ग्रामीणों की सूचना पर उसी रात प्रशासन ने इसे घर से उठाकर क्वारंटाइन में भेज दिया। इसी युवक के पॉजिटिव आने के बाद इसके संपर्क के आये 22 डाक्टरों,अधिकारियों व कर्मियों के भी सैंपल की जांच की गई थी। सभी निगेटिव मिले थे।