जबरन कलेक्ट्रेट में घुसे सीपीआइ प्रदर्शनकारी
बुधवार को सीपीआइ के प्रदर्शनकारी सुरक्षा व्यवस्था की धता बताते हुए जबरन कलेक्ट्रेट में घुस गये। कलेक्ट्रेट में घुसे इन प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को खूब निहोरा करना पड़ा।
शेखपुरा । बुधवार को सीपीआइ के प्रदर्शनकारी सुरक्षा व्यवस्था की धता बताते हुए जबरन कलेक्ट्रेट में घुस गये। कलेक्ट्रेट में घुसे इन प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को खूब निहोरा करना पड़ा। यह प्रदर्शन संपूर्ण शेखपुरा जिला को अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर सीपीआइ ने आयोजित किया था। बाद में प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मिलकर अपनी मांगों का लिखित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संपूर्ण जिला को अकाल क्षेत्र घोषित करने के साथ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में कथित लूट-खसोट को बंद करने, कृषि विभाग की योजनाओं की जांच कराने, मनरेगा जांच की ठप संचिका को दोबारे खोलने तथा सात निश्चय योजना को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने की मांग भी शामिल है। इसके पहले कलेक्ट्रेट गेट पर सीपीआइ के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडे ने जिला के डीएम तथा एसपी दोनों पर पावर का सुख भोगने का आरोप लगाया। डीएम पर आरोप लगाया कि सरकारी योजनाओं में लूट मची है और डीएम तमाशा देख रही हैं। एसपी पर आरोप लगाया कि उनके आवास के आगे लोगों से रुपये की छिनतई हो रही है और साहेब अपनी वर्दी के गुमान में डूबे हैं। प्रदर्शन में प्रभात के अलावे आनंदी सिंह, चंद्रभूषण प्रसाद, अमित कुमार, रमाशंकर सिंह, केदार राम, कृष्णनंदन यादव आदि के साथ बड़ी संख्या में आम महिला एवं पुरुषों ने हिस्सा लिया। बाद में डीएम ने प्रतिनिधिमंडल से वार्ता में उनकी सभी मांगों पर सहानुभूति के साथ विचार करने का आश्वासन दिया। इसके पहले प्रदर्शनकारी सीपीआइ के कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक लगभग ढाई किमी पैदल मार्च करते हुए पहुंचे। इस दौरान लोगों ने सरकार एवं जिला प्रशासन एक खिलाफ नारेबाजी भी की।