Move to Jagran APP

जिला में यूरिया संकट के पीछे मांग-आपूर्ति में बड़ी खाई

शेखपुरा : जिला में यूरिया के लिए शहर से लेकर गांव तक सिर-फुटौव्वल की स्थिति बनी हुई है। हाल यह है कि

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 07:59 PM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 07:59 PM (IST)
जिला में यूरिया संकट के पीछे मांग-आपूर्ति में बड़ी खाई
जिला में यूरिया संकट के पीछे मांग-आपूर्ति में बड़ी खाई

शेखपुरा : जिला में यूरिया के लिए शहर से लेकर गांव तक सिर-फुटौव्वल की स्थिति बनी हुई है। हाल यह है कि जिला प्रशासन को मजिस्ट्रेट तथा पुलिस की तैनाती करके यूरिया की बिक्री करानी पड़ रही है। वो भी किसानों को आधार कार्ड और सीमित मात्रा में यूरिया दी जा रही है। प्राइवेट दुकानों तथा पैक्स में यूरिया का की यह किल्लत सहकारी संस्था बिस्कोमान पर अतिरिक्त बोझ बढ़ा रहा है। जिला में यूरिया के लिए हो रही इस मरामरी के पीछे जिला में मांग और आपूर्ति के बीच उत्पन्न बड़ी खाई मुख्य वजह हो सकती है। इस बाबत आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि चालू दिसंबर महीने में यूरिया की आपूर्ति मांग के अनुपात में मात्र के तिहाई है। इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी लालबचन राम ने बताया कि दिसंबर महिना रबी फसलों की बुआई का पिक-आवर माना जाता है। इस महीने में यूरिया की जरुरत अन्य महीनों की तुलना में अधिक होती है। बताया गया कि दिसंबर महीने में जिला में 1864 मीट्रिक टन यूरिया की जरुरत है मगर अभी तक विभिन्न कंपनियों ने जिला को मात्र 617.36 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की गई है। मांग और आपूर्ति में यह अंतर एक तिहाई बैठता है। बताया गया कि जिला में यूरिया के छह थोक बिक्रेता हैं और यूरिया के खुदरा बिक्रेता 106 है। इधर, गैर आधिकारिक सूत्र से मिली जानकारी में दावा किया गया है कि मांग और आपूर्ति में इस भारी अंतर का लाभ कुछ गलत लोग बाजार में नकली यूरिया बेचकर उठा रहे हैं।

loksabha election banner

...............

बोले कृषि पदाधिकारी

जिला कृषि पदाधिकारी लालबचन राम ने बताया कि जिला में यूरिया की इस किल्लत को लेकर विभाग और समूचा जिला प्रशासन चौकस है। उन्होंने ने बताया कि किसानों को सुगमता से और उचित कीमत पर यूरिया मिले इसके लिए प्रखंड स्तर पर मानिट¨रग की जा रही है। जिला स्तर पर समूचे वितरण की व्यवस्था खुद डीएम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला के लिए आवंटित यूरिया की आपूर्ति भी की जा रही है। किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं उठाने दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.