डेंगू से पीड़ित बालिका की इलाज के दौरान हुई मौत
शेखपुरा। शेखपुरा में डेंगू से एक बालिका की मौत हो गई। बालिका शहर के मड़पसौना मोहल्ले के जितेंद्र राम की बेटी थी। मृतका का नाम बरखा कुमारी था।
शेखपुरा। शेखपुरा में डेंगू से एक बालिका की मौत हो गई। बालिका शहर के मड़पसौना मोहल्ले के जितेंद्र राम की बेटी थी। मृतका का नाम बरखा कुमारी था। घर के लोगों ने बताया कि यह बालिका एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित थी। एक सप्ताह से बुखार रहने के बाद बरखा की तबियत रविवार को अचानक खराब हो गई। पहले उसका इलाज शेखपुरा के किसी निजी चिकित्सक के यहां चल रहा था। रविवार को बरखा की तबियत ज्यादा खराब होने के बाद उसे इलाज के लिए बिहारशरीफ ले जाया गया। बिहारशरीफ में जांच के बाद चिकित्सक ने बरखा को डेंगू से पीड़ित बताकर उसे पटना रेफर कर दिया। घर वालों ने बताया कि पटना में इलाज के दौरान सोमवार को बरखा की मौत हो गई। बताया गया कि बरखा शेखपुरा में ही रहती थी और यहीं वह डेंगू से पीड़ित हो गई। परिवार वालों ने बताया कि बीमार बरखा को इलाज के लिए शेखपुरा के सरकारी अस्पताल में नहीं ले जाया गया था।
सदर अस्पताल में प्लेटलेट्स की व्यवस्था नहीं :
शेखपुरा : जिला के सबसे बड़े सरकारी स्वास्थ्य केंद्र सदर अस्पताल में डेंगू के इलाज के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है, लेकिन अस्पताल में डेंगू के इलाज के लिए सबसे जरुरी प्लेटलेट्स की कोई व्यवस्था नहीं है। इस बाबत सिविल सर्जन डॉ. एमपी ¨सह ने बताया कि डेंगू के इलाज के लिए सदर अस्पताल में चार शैया का अलग से वार्ड बनाया गया है। डेंगू की जांच के लिए सदर अस्पताल में टेस्ट किट्स भी उपलब्ध है, मगर डेंगू से पीड़ित लोगों के इलाज के लिय सबसे जरुरी प्लेटलेट्स की व्यवस्था नहीं है। सिविल सर्जन ने बताया कि चालू साल में शेखपुरा सदर अस्पताल में डेंगू से पीड़ित छ: मरीज आये हैं जिसमें पांच का इलाज करने के बाद वे स्वस्थ्य हो गए। एक रोगी को पटना रेफर किया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि डेंगू से पीड़ित रोगी के खून में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है जिससे रोगी की मौत हो जाती है। उन्होंने बताया कि खून में प्लेटलेट्स की संख्या 50 हजार से नीचे आना खतरनाक होता है।