तार व पोल की शिकायत लेकर बिजली विभाग पहुंचे ग्रामीण
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
कैमूर। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लेकिन जब लोगों के घरों में बिजली पहुंचाने के लिए तार पोल ही नहीं लगाए जाएंगे तो कैसे लोगों के घरों तक बिजली पहुंचेगी। इस तरह मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना भी सफल नहीं हो पाएगी। सोमवार को भगवानपुर प्रखंड के उमापुर सरैया अनुसूचित जाति बस्ती के दर्जनों ग्रामीण तार पोल नहीं लगाए जाने की शिकायत को लेकर भभुआ बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे। शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों का कहना था कि आजादी के बाद आज तक उक्त गांव की अनुसूचित जाति बस्ती में तार पोल बिजली विभाग द्वारा नहीं लगाया गया है। बिजली के अभाव में लोग अंधेरे में रात गुजारने को मजबूर है। जिन लोगों ने कनेक्शन लिया है वे बांस बल्ली के सहारे बिजली का उपयोग करते हैं। बांस बल्ली सड़ कर टूट जाता है। इस गांव में 100 से अधिक लोग निवास करते हैं। सरकार द्वारा पहले केरोसिन तेल ढ़ाई से तीन लीटर मिलता था। शाम होते ही गांव में अंधेरा छा जाता है। आज भी इस गांव के लोग लालटेन व ढि़बरी से काम चलाते हैं। इसमें भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अंधेरे में रात गुजारने को लोग कई सालों से विवश हैं। ग्रामीणों ने कहा की मुंडेश्वरी में पावर ग्रिड होते हुए भी एक किलोमीटर की दूरी पर सरैंया गांव अंधेरे में रह रहा है। शिकायतकर्ता रामजी धोबी, संजय धोबी आदि का कहना था कि गांव में तार व पोल लगाने के कई प्रकार बिजली विभाग के लिखित आवेदन देकर कहा गया। लेकिन आज तक कोई पहल नहीं किया गया तो मजबूर होकर आना पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह 10 बजे से आए है। लेकिन कार्यपालक अभियंता कार्यालय में नहीं है। जिसके कारण हमलोग आवेदन नहीं दे रहे हैं। तीन चार घंटे से यहां पर बैठे व खड़े होकर राह देख रहे हैं। यह भी कहा गया कि जिन लोगों ने कनेक्शन लिया है वह बिल दे रहें हैं। उन्हें भी बिजली सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रति माह बिल देना पड़ रहा है। एसडीओ को आवेदन देने के लिए जब ग्रामीण पहुंचे तो बताया गया कि यह प्रोजेक्ट का काम है। वहां पर जाकर शिकायत करें।
क्या कहते है अधिकारी :
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रोजेक्ट के सहायक विद्युत अभियंता अखिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि उक्त गांव में दो ट्रांसफार्मर लगा है और पोल भी लगाया गया हैं। बस तार खींचना बाकी है। जिसे अगले महीने तक पूरा कर लिया जाएगा। वहां के सभी लोग बिजली का उपयोग करते हैं।