ओडीएफ को ले समूचे जिला प्रशासन ने झोंकी ताकत
शेखपुरा। जिला को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के लिए समूचे जिला प्रशासन ने अपनी ताकत झोंक दी
शेखपुरा। जिला को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के लिए समूचे जिला प्रशासन ने अपनी ताकत झोंक दी है। जिला प्रशासन ने 31 जुलाई को समूचे जिला को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने के लिए डेड लाइन तय किया है। इसी को लेकर शनिवार से जिला के सभी 54 पंचायतों में रोको-टोको का जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को लेकर जिला प्रशासन की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि निचले स्तर पर स्वच्छाग्रही तथा जीविका दीदियां से लेकर उपरी स्तर पर डीएम, डीडीसी, एडीएम भी सुबह-शाम गांवों का रुख कर रहे हैं। इसी अभियान को लेकर रविवार को छुट्टी के बावजूद डीडीसी ने कई गांवों में शौचालय निर्माण तथा उसकी राशि के भुगतान का जायजा लेने पहुंच गए। इस अभियान में रविवार को डीडीसी ने डीहकोसुम्भा, विमान तथा अरियरी गांवों का दौरा करके वहां बने शौचालयों का इस्तेमाल करने के लिए लोगों को प्रेरित किया। साथ ही वैसे परिवार जो अभी तक शौचालय नहीं बनाया है, उनके घरों में शौचालय निर्माण को गड्ढा खुदाई का काम शुरू कराया। इस बाबत डीडीस ने बताया कि आगामी 31 जुलाई को जिला को ओडीएफ घोषित कर दिया जाएगा। इसमें कहीं कोई बाधा नहीं है। उन्होंने बताया कि जिला के 90 प्रतिशत से अधिक परिवारों ने शौचालय का निर्माण करा लिया है। इसमें से कुछ लोगों को व्यवहार परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा है ,ताकि वे शौच के लिए शौचालय का इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि इस बार के अभियान में शौचालय की प्रोत्साहन राशि के भुगतान पर भी जोर दिया जा रहा है। इसमें बने शौचालय का जिओ टै¨गग होने के 72 घंटे के भीतर राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। डीडीसी ने बताया कि इस बार के अभियान का नारा है आज निर्माण-कल भुगतान।