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ब्रह्मपुत्र मेल मे लगी आग की जांच करने जमालपुर पहुंचे अधिकारी

ब्रह्मपुत्र मेल के जेनरेटर बागी में क्यों एवं कैसे आग लगी इसका

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 10:35 PM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 06:36 AM (IST)
ब्रह्मपुत्र मेल मे लगी आग की जांच करने जमालपुर पहुंचे अधिकारी
ब्रह्मपुत्र मेल मे लगी आग की जांच करने जमालपुर पहुंचे अधिकारी

संवाद सहयोगी जमालपुर (मुंगेर): ब्रह्मपुत्र मेल के जेनरेटर बागी में क्यों एवं कैसे आग लगी इसका जांच करने के लिए नॉर्थ ईस्ट फ्रंट रेलवे के प्रिसिपल चीफ इंजीनियर आनंद देव गुप्ता सोमवार को जमालपुर पहुंचे। जमालपुर के सेंटिग यार्ड में रखे गए जले जरनेटर को स्थानीय अधिकारी के साथ गंभीरता से देखा। हालांकि किए गए जांच के बारे में किसी भी अधिकारी के द्वारा खुलासा नहीं किया गया। पर इतना जरूर बताया कि जांच अभी जारी है लापरवाही बरतने वाले पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। इसके पहले जांच टीम में शामिल सभी अधिकारी भागलपुर जमालपुर किऊल रेल खंड लगे विद्युतीकरण कार्य का भी जायजा जायजा लिया जांच के बाद स्टेशन के रिजर्व लॉज में अधिकारियों के साथ सेफ्टी के सवाल पर बार्ता की। मौके पर स्थानीय कई अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। नहीं खत्म होगी लौहनगरी की पहचान, जमालपुर में रहेगा डीजल शेड फोटो: 23 एमयूएन 56 संव्ज्ञछ सहयोगी,जमालपुर (मुंगेर): डीजल शेड लौहनगरी की पहचान है। यह सिर्फ एक कारखाना या यूनिट नहीं है बल्कि राज्य की अमूल्य धरोहर है। इसे किसी भी कीमत पर बंद या शिफ्ट नहीं होने दिया जाएगा।मुंगेर के सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने यूनियन नेताओं को आश्वसन दिया कि कोई धरोहर को हटा नहीं सकता। मुंगेर से जदयू सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह का कहना है कि किसी भी सूरत में कारखाने का बजूद खत्म नहीं होने देंगे। कारखाना को और विकसित किया जाएगा। इसके लिए रेल मंत्री से बात होगी। जरूरत पड़ी तो पीएम से बात करेंगे। कारखाना जमालपुर ही नहीं पूरे बिहार का गौरव है। संसद के इस आश्वसन पर यूनियन ही नहीं बल्कि पूरे जिले के लोगों में खुशी है।

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संसोधित: इंन्द्रूख में अपराधियों ने की गोलीबारी तनाव के बीच पुलिस कर रही कैंप फोटो:23एमयूएन 16

संवाद सूत्र , जमालपुर (मुंगेर) : जिले के मुफस्सिल अंचल अंतर्गत

नया रामनगर थाना के सफियाबाद ओपी क्षेत्र का पूर्वी इंद्ररूख गांव सोमवार को एक बार फिर बंदूक की गोलियों से थर्रा उठा। अचानक हुई गोलीबारी से कई ग्रामीण बाल बाल बचे। लेकिन ग्रामीणों द्वारा गोली चलाने वाले बदमाशों को एकता बनाते हुए लाठी डंडे से खदेड़ा गया। घटना की सूचना पर पांच थानों की पुलिस पहुंच अपराधियों पर उचित कार्रवाई का भरोसा ग्रामीणों को दिलाया तब जाकर ग्रामीणों शांत हुए। बताया जाता कि घटना को लेकर दो पक्षो के बीच हुए बर्चस्व की लड़ाई है। सफियासराय ओपी प्रभारी ने बताया कि मामलें में दो पक्षों की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एक पक्ष की ओर से अशोक सिंह ने अठ्ठारह से बीस लोगों के विरूद्ध आवेदन दिया है। वहीं अनिल राय की ओर से करीब पन्द्रह लोगों के विरूद्ध आवेदन दिया गया है। घटना की सूचना पर पुलिस गांव में लगातार कैंप कर रही है।

घटना की सूचना मिलते ही जमालपुर थाना के पुलिस निरीक्षक पंकज कुमार के नेतृत्व में पांच थाना की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों के समक्ष भी ग्रामीणों ने पंचायत के पूर्व जन प्रतिनिधि पर अपराधियों को संरक्षण देने की बात कह उचित कार्रवाई की मांग की।

जमालपुर के अंचल निरीक्षक पंकज कुमार ने बताया कि मामला पूरी तरह वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा हुआ है।पुलिस ने घटना स्थल से दो खोखा भी बरामद किया है। दोनों पक्षों के लोगों को मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस मामलें की जांच में जुटी है। गांव में शांति व्यवस्था कायम हो यह पुलिस की प्राथमिकता है किसी भी सूरत में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक खड़गपुर की बड़ी दुर्गा मंदिर

फोटो:23एमयूएन3

- हिदू मुस्लिम समुदाय के लोग एक साथ यहां लगाते है जयकारे

- 1841 ईस्वी में हुई मंदिर की स्थापना

राम प्रवेश सिंह,हवेली खड़गपुर (मुंगेर):

पौने दो सौ वर्ष पुराना नगर पंचायत स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर सचमुच सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है । मुस्लिम बाहुल्य इलाके में अवस्थित इस मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में हिदू मुस्लिम समुदाय के लोग एक साथ जयकारे लगाते हैं । मंदिर के पुजारी लंबोदर झा ने बताया कि मंदिर की स्थापना 1841 ईस्वी में हुई थी । मंदिर की स्थापना राजा दरभंगा महाराज ने कराई थी । तीन दशक पूर्व दुर्गा पूजा के अवसर पर मात्र 10 दिनों के लिए मां दुर्गा का पट खुलता था । वर्ष 1994 में बड़ी दुर्गा प्रबंध समिति का गठन किया गया । जिसमें मोहल्ले के सेवानिवृत्त प्राचार्य रामस्वारथ सिंह, समाजसेवी अर्जुन प्रसाद मोदी, परमेश्वरी साह, बिदेशी प्रसाद सिंह, डॉ. बृजमोहन केशरी सहित अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य लोग शामिल थे । प्रबंध समिति गठन के पश्चात मां का पट सालोभर खुलने लगा । इसके पश्चात लगभग एक दशक बाद प्रबंध समिति का भार युवा के कंधे पर आया और मंदिर की देखरेख युवा कर रहे हैं ।

वर्ष 2009 से प्रत्येक मंगलवार को प्रबंध समिति के अध्यक्ष राकेश सिन्हा सहित समिति के सदस्यों के सौजन्य से यहां महाआरती का आयोजन किया जाने लगा है जो अनवरत जारी है । इस महाआरती में हिदू मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ रहती है और दोनों समुदाय के लोग एक साथ जयकारे लगाते हैं ।

मंदिर की विशेषता है कि बकरे की बलि यहां नहीं पड़ती है सिर्फ संकल्प होता है । मंदिर के विकास जीर्णोद्धार धार्मिक पर्व की जिम्मेवारी प्रबंध समिति करती है । प्रतिमा विसर्जन के समय पुरानी चौक पर काली मां की प्रतिमा से मिलन कर प्राचीन काली मंदिर में आरती के पश्चात स्थानीय जोड़ी तालाब में मां की प्रतिमा प्रबंध समिति के सदस्यों सहित श्रद्धालुओं द्वारा आंखों से विसर्जित किए जाने की परंपरा है ।

छोटी लगमा तालाब को होगा सौंदर्यीकरण जागरण इंम्पैक्ट...

फोटो:23एमयूएन2

संवाद सूत्र, हेमजापुर (मुंगेर): धरहरा प्रखंड के हेमजापुर पंचायत स्थित छोटी लगमा गांव के तालाब की सुंदरता पर लगे ग्रहण अब समाप्त होने के आसार नजर आ रहे हैं। तालाब की जीर्णोद्धार किया जायेगा और इसका सौंदर्यीकरण भी संभावित है। इसकी पुष्टि तब हुई जब धरहरा प्रखंड के मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी रामानुज कुमार ने रविवार की शाम छोटी लगमा स्थित तालाब का स्थलीय निरीक्षण किया और ग्रामीणों से तालाब के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बता दें कि दैनिक जागरण ने देशभर में जल संरक्षण की दिशा में बेहतर कदम उठाते हुए पंचायतों में तालाबों के जीर्णोद्धार कराने का बीड़ा उठाया है। इसी जागरण सरोकार के तहत तालाश तालाबों की नामक अभियान शुरू हुई जिसमें विगत माह दैनिक जागरण में 29 अगस्त 2019 को मुंगेर संस्करण में एक खबर प्रकाशित हुई -छोटी लगमा गांव में तालाब की सुंदरता पर लग रहा ग्रहण शीर्षक से प्रकाशित हुई थी। जिसका संज्ञान मुंगेर के उपविकास आयुक्त ने लिया और उन्होनें धरहरा के मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी को आदेश हस्तगत कराते हुए तालाब का विस्तृत जांच प्रतिवेदन की मांग की। इसके बाद रविवार को हेमजापुर पहुंचे धरहरा कार्यक्रम पदाधिकारी ने तालाब के बारे में वहां मौजूद जदयू पंचायत अध्यक्ष पंकज कुमार व कुछ ग्रामीणों से पूछताछ की। उन्होनें कहा कि तालाब का जांच प्रतिवेदन डीडीसी मुंगेर को सौपें जाने के उपरांत तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य कराया जा सकता है।


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