शेखपुरा मॉडल थाने में मे आइ हेल्प यू में चल रहा डाटा इंट्री का केंद्र
शेखपुरा। आपके अपने लोकप्रिय अखबार दैनिक जागरण ने शुक्रवार को मॉडल थाना शेखपुरा का लाइव जायजा लिया । ऑन द स्पॉट के तहत लाइव रिपोर्टिंग में कई बातें खुलकर सामने आई जो मॉडल थाने के अनुकूल दिखाई नहीं दिया। भवन तो मॉडल बन गया परंतु पुलिस पदाधिकारी के रवैए में मॉडलिग नहीं आई और न ही मॉडल थाने के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लोगों को मिल रहा।
शेखपुरा। आपके अपने लोकप्रिय अखबार दैनिक जागरण ने शुक्रवार को मॉडल थाना शेखपुरा का लाइव जायजा लिया । ऑन द स्पॉट के तहत लाइव रिपोर्टिंग में कई बातें खुलकर सामने आई जो मॉडल थाने के अनुकूल दिखाई नहीं दिया। भवन तो मॉडल बन गया परंतु पुलिस पदाधिकारी के रवैए में मॉडलिग नहीं आई और न ही मॉडल थाने के तहत मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लोगों को मिल रहा। उधर, थाने में कोरोना गाइडलाइन का भी पालन नहीं किया जा रहा था। किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के चेहरे पर मास्क तक नहीं दिखा।
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एक पन्ना कागज तक बाहर से खरीद कर लाते हैं लोग
शेखपुरा मॉडल थाना का भवन भव्य रूप से बनाया गया है। साज सज्जा में कोई कमी नहीं है। बड़े-बड़े सीसीटीवी भी लगाए गए। थाने के मुख्य दरवाजे के बाहर ही टेबल-कुर्सियां लगी हुई हैं। वहां एक युवती भी बैठी हुई है। वह एक आवेदन लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आने की बात कहती है। अंदर जाने पर सामने पुलिस पदाधिकारी ऋषभ यादव बैठे हुए हैं। एक युवक उनको आवेदन दे रहा है। उनके द्वारा आवेदन का मुआयना किया जा रहा है। आवेदन देने वाला युवक पीयूष कुमार जीयनबीघा गांव का निवासी है। उसने बताया कि उसका एटीएम हैक कर लिया गया है और 40 हजार का फ्रॉड हो गया है। थाना अध्यक्ष अपने चैंबर में नहीं हैं। मोबाइल पर संपर्क किए जाने के बाद उन्होंने कहा कि क्राइम मीटिंग में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आए हुए हैं।
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इंस्टाग्राम अकाउंट हैक होने की छात्रा ने की शिकायत
तभी शेखपुरा शहर के आंबेडकर नगर निवासी दो छात्राएं पहुंची और ओपीडी अधिकारी ऋषभ यादव से इंस्टाग्राम का अकाउंट हैक करके अकाउंट से गलत और गंदा मैसेज किए जाने की शिकायत करने लगी। ओपीडी अधिकारी ने उसे अपने गार्जियन के साथ आने की बात कह लौटाने लगे। कहा कि अभी तुम लोग नाबालिक हो। गार्जियन आएंगे तभी प्राथमिकी दर्ज होगी। इसी बीच एक छात्रा ने मजबूती से कहा कि वह ग्रेजुएशन की छात्रा है और पूरी तरह से बालिग है और वह आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आई है। इसी बीच मीडिया कर्मी को देख उन्होंने आवेदन लिखकर देने के लिए कहा और बाहर से पेपर खरीद कर लाने के लिए छात्रा चली गई। बाहर से पेपर खरीद कर लेकर आई और लिखकर आवेदन दिया। आवेदन के लिए पेपर और कलम आदि की सुविधा थाने में किसी के लिए नहीं है। व अंदर थाने में एक महिला अधिकारी भी बैठी हुई दिखाई दी।
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महिला हाजत बना स्टोर रूम
पुरुष के लिए एक हाजत सामने बना हुआ है। उसके बगल में एक महिला हाजत ही बना हुआ है। महिला हाजत बिल्कुल अंधेरे में पड़ा हुआ है। झांकने पर उसमें कई गैलन दिखाई दिए। संभवत देसी शराब बरामद होने के बाद उसमें रखा जाता है और कई तरह के कचरे भी उसमें रखे नजर आए। वह एक तरह से स्टोर रूम के रूप में उपयोग होता दिखाई दिया। वहीं पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन प्राथमिकी लेने की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां पर जो एफआइआर दर्ज होता है। वह दो दिन के बाद ऑनलाइन किया जाता है।
आम लोगों के लिए मे आई हेल्प यू काउंटर मॉडल थाने में बनाया गया है परंतु, वह कंप्यूटर कक्ष बन गया है। वहां कंप्यूटर पर एक कर्मी काम करते दिखाई दिए। बताया कि यहां कंप्यूटर से संबंधित सारे काम किए जाते हैं। प्राथमिकी के बाद ऑनलाइन करने की प्रक्रिया में दो दिन लग जाता है। वही में आई हेल्प यू काउंटर के बगल में लोगों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था दिखाई दी।