पुलिस से बचने का भगाई बाइक, हादसे में माता पिता के एक मात्र संतान की मौत पे बवाल
संस चेवाड़ा मंगलवार को शेखपुरा जिले के चेवाड़ा थाना अंतर्गत बसंत गांव के पास वाहन चेकिग के दौरान पुलिस से बचने के लिए युवक बाइक को भगाने लगा। इसी क्रम में वह हादसे का शिकार हुआ और पीछे से आ रही बस ने युवक को कुचल दिया। जिसमें बाइक चालक की मौके पर मौत हो गई। जबकि पीछे बैठे एक युवक को गंभीर अवस्था में पटना रेफर किया गया। मृतक युवक की पहचान बेंगूंचा निवासी दामोदर यादव के एक मात्र पुत्र सुधीर यादव तथा धायल पंकज कुमार के रूप में की गई।
संस, चेवाड़ा : मंगलवार को शेखपुरा जिले के चेवाड़ा थाना अंतर्गत बसंत गांव के पास वाहन चेकिग के दौरान पुलिस से बचने के लिए युवक बाइक को भगाने लगा। इसी क्रम में वह हादसे का शिकार हुआ और पीछे से आ रही बस ने युवक को कुचल दिया। जिसमें बाइक चालक की मौके पर मौत हो गई। जबकि पीछे बैठे एक युवक को गंभीर अवस्था में पटना रेफर किया गया। मृतक युवक की पहचान बेंगूंचा निवासी दामोदर यादव के एक मात्र पुत्र सुधीर यादव तथा धायल पंकज कुमार के रूप में की गई। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शेखपुरा और सिकंदरा रोड को जाम कर जमकर उपद्रव मचाया। साथ ही साथ पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इसी दौरान ग्रामीणों ने उग्र रूप धारण कर थाना पर पथराव शुरू कर दिया। साथ ही साथ थाने में रखे पुलिस के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस के द्वारा कई चक्र हवा में गोलियां दागी गई। बाद में दंगा निरोधक दस्ता, अनुमंडल अधिकारी राकेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सत्येंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने पर ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया। ग्रामीण वाहन चेकिग के नाम पर पुलिस के द्वारा अवैध बसूली कार आरोप भी मौके पर लगाया गया। क्या था पूरा मामला
इस बाबत प्राप्त जानकारी के अनुसार चेवाड़ा थाना पुलिस के द्वारा वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा था। एक बाइक पर सवार होकर बेंगूचा गांव निवासी दामोदर यादव का एकमात्र पुत्र सुधीर कुमार और उसके साथी पंकज कुमार शेखपुरा आ रहे थे। वाहन चेकिग से बचने के लिए युवक ने बाइक को भगा दिया। इसी बीच एक पुलिसकर्मी के द्वारा डंडा चलाया गया जिससे संतुलन खोने पर कारण युवक सड़क पर मोटरसाइकिल के साथ गिर गया। तभी विपरीत दिशा से आ रही यात्री बस युवक को कंचल दिया। दी गई तत्काल सहायता राशि खागोलीबारी और हंगामे के बीच अनुमंडल अधिकारी राकेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और बीच-बचाव कियाघ्। लोगों को समझाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव विजय सम्राट की भूमिका मुख्य रूप से रही और उन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। जबकि स्थानीय एक पंचायत प्रतिनिधि की भूमिका उपद्रव कराने में माना जा रहा हैं। वहीं राकेश कुमार के द्वारा पीड़ित मृतक के परिजन को 20 हजार की तत्काल सहायता राशि दी गई और अन्य तरह के सहायता का आश्वासन दिया गया। लाहना पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र महतो के द्वारा पीड़ित परिवार को तीन हजार की तत्काल सहायता राशि दी गई।
क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक
इस मामले में पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि सड़क हादसे में मौत के बाद लोगों के द्वारा पथराव और हंगामा किया गया है। बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजकर मामले को शांत करा दिया गया है। पुलिस के द्वारा इस संबंध में कानून सम्मत कार्रवाई की जा रही है। --