सूखे से प्रभावित किसानों के बैंक कृषि ऋण की वसूली रोकने का प्रयास कर रही सरकार
शेखपुरा। राज्य के कृषि मंत्री सहभाजपा नेता डॉ. प्रेम कुमार ने कहा है कि राज्य सरकार सूखे से प्रभावित
शेखपुरा। राज्य के कृषि मंत्री सहभाजपा नेता डॉ. प्रेम कुमार ने कहा है कि राज्य सरकार सूखे से प्रभावित किसानों के बैंक कृषि ऋण की वसूली रोकने का प्रयास कर रही है। इसके लिए बैंक के वरीय अधिकारियों के साथ सरकार बात कर रही है। उन्होंने ये बातें शनिवार को शेखपुरा में स्थानीय पत्रकारों के समक्ष कहीं। वे पटना से मुंगेर जाने के क्रम में शेखपुरा के तिरमुहानी मोड़ पर कुछ देर के लिए रुके थे। इस अवसर पर जिले के कृषि पदाधिकारी लालबचन राम ने गुलदस्ता देकर कृषि मंत्री का स्वागत किया। मुंगेर जाने के क्रम में कृषि मंत्री ने शेखपुरा ब्लाक के कुछ खेतों का खुद मुआयना करके सूखे का जायजा लिया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि राज्य सरकार सूखे से प्रभावित किसानों को सहायता देने के लिए कई कदम उठा रही है। इसमें सूखा इनपुट सहायता भी दी जा रही है। सूखा इनपुट सहायता बिहार राज्य फसल सहायता से अलग है। कृषि मंत्री ने बताया कि सूखा इनपुट सहायता के तहत किसानों को खरीफ की फसल खराब होने पर रबी के लिए सहायता प्रदान की जा रही है। इसमें अ¨सचित क्षेत्र के लिए प्रति हेक्टेयर 6800 और ¨सचित क्षेत्र के लिए 13500 रुपये की इनपुट सहायता दी जाएगी। यह सहायता किसानों को अधिकतम दो हेक्टयर के लिए दी जाएगी। कृषि मंत्री ने बताया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है, लेकिन इसे आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। कहा कि सूखा प्रभावित प्रखंडों में किसानों से मालगुजारी, सहकारिता ऋण और खेती के लिए इस्तेमाल हो रही बिजली बिल की वसूली पर रोक लगा दी गई है।