चमकी बुखार नियंत्रण को टीकाकरण शुरू
शिवहर। तयशुदा तिथि पर जिले में जेई (चमकी बुखार) से सुरक्षा को लेकर टीकाकरण मंगलवार से प्रारंभ हो गया।
शिवहर। तयशुदा तिथि पर जिले में जेई (चमकी बुखार) से सुरक्षा को लेकर टीकाकरण मंगलवार से प्रारंभ हो गया। अभियान की शुरुआत डीडीसी मो. वारिस खान एवं सीएस धनेश कुमार सिंह ने अम्बा हाई स्कूल से की। मौके पर डीडीसी ने बताया कि अभियान में शामिल अधिकारी एवं कर्मचारी इसे पूरी निष्ठा से पूरा करें। शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति करें। वहीं जिलावासियों का आह्वान कि प्रत्येक अभिभावक अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। सिविल सर्जन डॉ. धनेश कुमार सिंह ने बताया गया कि इस अभियान में 1 से 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे व किशोर को टीका लगाना है जिसकी जिले में कुल संख्या 2 लाख 45 हजार है। प्रथम चरण के दो सप्ताह में विभिन्न सरकारी/ निजी विद्यालय व मदरसों में टीकाकरण किया जाएगा। विगत खसरा रूबैला टीकाकरण अभियान के आधार पर 503 विद्यालय एवं 649 आउटरीच स्तर स्थलों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए पूर्व में ही सभी विद्यालयों के एच एम, सभी प्रखंडों के आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं का उन्मुखीकरण किया जा चुका है। वहीं एएनएम को टीका लगाने एवं किसी तरह के दुष्प्रभावों के निदान की जानकारी दी जा चुकी है।
बताया कि यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है जो बिहार के 24 जिलों में दिया जा रहा है। वहीं 11 जिलों में इसे नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया है। शिवहर एवं सीतामढ़ी में अभियान के रूप में टीकाकरण होगा। इसके बाद नियमित टीकाकरण में 9 माह से 12 माह तक प्रथम खुराक एवं 16 से 24 माह तक दूसरी खुराक दी जाएगी।
जानकारी दी गई कि एईएस का पहला कारण जेई वायरस है। क्यूलेक्स मच्छर के काटने से चमकी बुखार होता है जिसका प्रभाव 15 वर्ष तक के किशोर पर भी होता है जिसके फलस्वरूप अमूमन एक तिहाई बच्चों की मौत हो जाती है। बताया कि इससे बचाव के लिए मच्छररोधी उपाय एवं सुरक्षित टीकाकरण बेहतर विकल्प है।
मौके पर पीएचसी प्रभारी डॉ. रमाशंकर प्रसाद, डीपीएम पंकज कुमार मिश्र, डब्ल्यूएचओ एसएमसी डॉ. आनंद गौतम, यूनिसेफ बीएमसी संजीत रंजन, शशिभूषण चौधरी सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मी मौजूद थे।