खतरे को निमंत्रण दे रहा एनएच 104 का डायवर्सन
शिवहर- सीतामढ़ी पथ एन एच 104 पर बने डायवर्सन खतरों को सीधा निमंत्रण दे रहे हैं।
शिवहर। शिवहर- सीतामढ़ी पथ एन एच 104 पर बने डायवर्सन खतरों को सीधा निमंत्रण दे रहे हैं। उस होकर गुजरते वाहन कब दुर्घटना का शिकार हो जाएंगे कहा नहीं जा सकता। मुख्यालय से देकुली धाम की दूरी महज 5 किलोमीटर है जिसमें बने चार डायवर्सन परेशानी का सबब बने हैं। जीरो माइल से आगे रसीदपुर पुल के दक्षिणी हिस्से में बना कच्चा डायवर्सन कीचड़ से पट गया है। जिस होकर गुजरना खतरे से खाली नहीं है। वाहनों की बात तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। उसके आगे बढने पर कोला पुल एवं उसके पूर्व बने दोनों वैकल्पिक पथ भी खतरे का सबब बने हैं। ईंट सो¨लग नहीं होने से वाहन चालक अपना संतुलन बचाने में नाकाम दिख रहे हैं। वहीं देकुली धाम एवं कमरौली के बीच महादलित बस्ती के पास भी वही हालात है। सबसे खराब एवं खतरनाक स्थिति नपं के रसीदपुर स्थित डायवर्सन का है जहां से निकलने के लिए बुद्धिमानी एवं जीवट दोनों की जरुरत है। थोड़ी सी लापरवाही एवं चूक परेशानी में डाल सकती है। ¨कतु आश्चर्य है कि इस होकर सवारियों से भरी बसें एवं ओवर लो¨डग गाड़ियों की आवाजाही बदस्तूर जारी है। आसन्न खतरे के ¨चता न तो प्रशासन को है और न ही एनएच निर्माण कंपनी को।