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समस्याओं की लंबी फेहरिश्त,शहर के पास होकर भी दूर है हरनाही पंचायत

अक्सर जब भी गांव की चर्चा होती है तो हम उसके पिछड़ेपन की बात करते है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Oct 2018 12:02 AM (IST)Updated: Fri, 12 Oct 2018 12:02 AM (IST)
समस्याओं की लंबी फेहरिश्त,शहर के पास होकर 
भी दूर है हरनाही पंचायत
समस्याओं की लंबी फेहरिश्त,शहर के पास होकर भी दूर है हरनाही पंचायत

शिवहर। अक्सर जब भी गांव की चर्चा होती है तो हम उसके पिछड़ेपन की बात करते है। यूं लगता है जैसे गांव का मतलब ही मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।बहुत हद तक इन बातों में सच्चाई भी है। जबकि सरकारी दावे बताते हैं कि बीते दशकों में गांवों में विकास की गति तीव्र हुई है। क्योंकि सरकार गांव के विकास के लिए ¨चतित है। जबकि अधिकांश लोगों का मानना है कि सारे विकास कागजों में दिखते हैं। इस बीच सरकार ने आदर्श गांव बनाने की चाहत लिए सांसदों को गांव गोद लेने का भी अभियान चलाया। बावजूद इसके आज भी गांवों में समस्याओं की लंबी फेहरिश्त है। इस विरोधाभास की पड़ताल को लेकर ही दैनिक जागरण गांव की पाती अभियान के द्वारा गांवों का नब्ज टटोल रही है कि आखिर जमीनी सच्चाई क्या है? अमूमन लोग इतना ही जानते हैं कि आज भी अधिकांश गांवों में सड़क, शुद्ध पेयजल, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा, अबाध बिजली जैसी जरुरी चीजें मुकम्मल तौर गांववासियों को उपलब्ध नहीं है। यही कारण है कि लोग गांव से शहर की ओर पलायन कर रहे हैं। इन्हीं विषयों को लक्ष्य कर लक्ष्य कर दैनिक जागरण टीम ने गुरुवार को हरनाही पंचायत का जायजा लिया। जहां चौपाल आयोजित कर आम जनता की आवाज जानने का प्रयास किया गया। विकास की बाबत पूछने पर यूं लगा जैसे ग्रामीणों के दुखती रग पर किसी ने हाथ रख दी हो। अधिकांश लोगों ने बताया कि हम पंचायतवासियों का दुर्भाग्य कहें या विडंबना कि जिला मुख्यालय के पास रहकर भी मानों कोसों दूर हैं। मुख्यालय तक पहुंचने के लिए एक अदद मुकम्मल सड़क नहीं है। हद तो यह है कि पंचायत में शामिल 5 गांवों में आपसी जुड़ाव के लिए भी पक्की सड़कें मुहाल है। वही टूटी- फूटी सड़कें पंचायतवासियों को एक दूसरे से जोड़ती हैं। दूसरी समस्या गिनाई कि जो सड़कें हैं भी वह नाली नहीं होने से और भी क्षतिग्रस्त है क्योंकि घरों का पानी सीधे रोड पर ही गिरता है। बरसात में तो गांव की सड़कें नरक का एहसास दिला जाती है। चौपाल में शामिल लोगों ने कहा कि पूरे पंचायत में एक भी नलकूप नहीं है जिसका समुचित लाभ किसानों को मिल सके। बिजली की स्थिति बदली जरूर है लेकिन बिजली का कृषि के क्षेत्र में लाभ नहीं मिल रहा। किसान आज भी अपने बूते डीजल पंपसेट के सहारे खेतों की ¨सचाई करने को मजबूर हैं। वजह है कि उनकी जीविका का एकमात्र साधन कृषि है। जीवन जीने के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बेहद लाजिमी है। बताया कि हरनाही पंचायत में कहने को तो दो स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं जो महज गिनती के लिए हैं। वहां रोगियों को इलाज के नाम पर रंग बिरंगी छोटे - बड़े टेबलेट्स थमा दिए जाते हैं। आपातकाल के लिए प्राथमिक उपचार इन केंद्रों पर संभव नहीं है। चौपाल में शामिल मो. मंजर आलम, राजेश शर्मा, रमाकांत राम, मो. नसीर आलम, रामाज्ञा राम, मो. जमील अख्तर, मो. भोले, मनोहर राम, नंदकिशोर ठाकुर लाल बाबू ठाकुर, सोना देवी, चुल्हिया देवी, सरस्वती देवी एवं इंदू देवी सहित अन्य ने कहा कि हम गांववालों की सबसे बड़ी समस्या जल निकासी के लिए नाली निर्माण है। जो किसी एक व्यक्ति या समुदाय के वश की बात नहीं है। इसके लिए संबंधित विभाग, प्रशासन एवं सरकार को गंभीर होने की जरूरत है। वहीं बात शुद्ध पेय जलापूर्ति की भी चली जिसमें सरकार प्रायोजित नल जल योजना की बाबत कहा कि कुछेक वार्डों में काम हुआ है शेष में अभी नल के जल का इंत•ार है है। कहीं नल जल का टावर बनकर तैयार है विद्युत कनेक्शन नहीं है। पंचायत स्तर पर हुए कार्य पर चौपाल में शामिल लोगों ने संतोष जताया। वहीं कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है ¨कतु हम हरनाही पंचायतवासी मुख्यालय के पांच किलोमीटर की परिधि में आते हैं इसलिए विशेष रुप से विकास की उम्मीद पाले बैठे हैं। वर्जन: हरनाही पंचायत की मुखिया कामिनी कुमारी ने बताया कि अपने स्तर से विकास कार्यों को पूरी पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारने का प्रयास किया है। मनरेगा योजनांतर्गत दलित/ महादलित बस्ती में मिट्टी भराई के काम बड़े पैमाने पर हुआ है। किसानों के नाद, फर्श का निर्माण, नाली निर्माण, आमसभा में चयनित सड़कों पर मिट्टी भराई एवं ईंट सो¨लग 14 वें वित्त आयोग से पीसीसी सड़क निर्माण सहित अन्य कार्य हुए हैं एवं प्रक्रियाधीन भी हैं। हरनाही पंचायत एक नजर में पंचायत में शामिल कुल गांव - 5

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कुल जनसंख्या - 13807

कुल मतदाता - 8523

कुल परिवारों की संख्या - 3101

बीपीएल - 2291

एपीएल - 810

जनवितरण की दुकानें - 05

मध्य विद्यालय - 05

प्राथमिक विद्यालय - 05


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