Bihar News: शिवहर में किशोर की गला रेतकर हत्या, फेंका शव, सनसनी
शिवहर में प्रेम प्रसंग के चलते एक किशोर की गला रेतकर हत्या कर दी गई और शव को बागमती नदी के पास फेंक दिया गया। मृतक की पहचान अंकुश कुमार के रूप में हुई है, जो तरियानी थाना क्षेत्र का निवासी था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसडीपीओ ने प्रेम प्रसंग में हत्या की पुष्टि की है।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
संवाद सहयोगी, शिवहर । शिवहर में प्रेम प्रसंग में किशोर की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। वहीं शव को बागमती नदी के डुब्बाघाट पुल से दक्षिण बांसवाड़ी में फेंक दिया गया। बुधवार की शाम बांसवाड़ी में शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
एसपी शैलेश कुमार सिन्हा के निर्देश पर एसडीपीओ सुशील कुमार व थानाध्यक्ष उमाकांत सिंह के नेतृत्व में पिपराही थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। वहीं शव की पहचान कराई। मृतक की पहचान तरियानी थाना क्षेत्र के मोहारी गांव निवासी राम नारायण साह के पुत्र अंकुश कुमार (13) के रूप में की गई है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है। उधर, एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद मृतक के स्वजनों में कोहराम मच गया है। मृतक सामान्य किसान परिवार से है। एसडीपीओ सुशील कुमार ने हत्या की पुष्टि की है। वहीं बताया है कि मामला प्रेम प्रसंग में हत्या का है। स्वजनों के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।
हत्या मामले में मृतक की पत्नी ने दर्ज कराई प्राथमिकी
रीगा: पांच दिन पूर्व थाना क्षेत्र के भोरहा गांव में युवक की हत्या मामले में मृतक की पत्नी बिंदू देवी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। भोरहा गांव निवासी बिंदू देवी ने आवेदन गांव के ही हंस लाल मांझी, घनश्याम कुमार, देवेंद्र कुमार, सूरज कुमार, पंकज कुमार पर हत्या करने का आरोप लगाया है। उसके पति भोरहा चौक पर मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाते थे।
सभी आरोपित उन्हें धमकी देता था और रंगदारी मांगता था। इसके डर से उसका पति दुकान बंद करके बाहर चला गया। फिर लोगों के बीच बचाव करने के बाद पुनः दुकान खोलकर काम करने लगा। 6 नवंबर को हंसलाल मांझी उसके पति को बुलाकर ले गया। देर शाम तक घर नहीं लौटने पर उनके मोबाइल पर कई बार फोन किया। लेकिन उनका मोबाइल बंद बताने लगा।
जब घर के लोग हंसराज मांझी के घर पहुंचकर पूछा तो बताया कि वह अपनी मोटरसाइकिल की चाबी हमको देकर कहीं गया है इसका मुझे पता नहीं। आवेदन में बिंदू देवी ने लिखा है कि मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे पति को उक्त सभी आरोपित मिलकर जान से मार कर हनुमान मंदिर के पीछे वाले बगीचे में फेंक दिया था।

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