चेहल्लुम पर निकाला गया ताजिया जुलूस
मंगलवार को जिले में चेहल्लुम का पर्व बड़ी शिद्दत के साथ मनाया गया।
शिवहर। मंगलवार को जिले में चेहल्लुम का पर्व बड़ी शिद्दत के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न गांवों में ताजिया जुलूस निकाले गए। वहीं आयोजन स्थल पर मेले का भी आयोजन किया गया। जहां बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जुलूस में शामिल करतबबाजों ने पारंपरिक हथियारों का करतब दिखाकर लोगों को अचंभे में डाल दिया। वहीं एनएच 104 स्थित मथुरापुर चौक पर विशाल एवं आकर्षक ताजिया जुलूस निकाला गया। जिसमें आसपास के दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। बता दें कि मुहर्रम के 40 वें रोज बाद चेहल्लुम का पर्व मनाया जाता है इसे ग्रामीण भाषा में चालीसवां दाहा भी कहते हैं जो इस्लाम के प्रवर्तक की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। वही दुसरी ओर पुरनहिया में चेहल्लुम के मौके पर मंगलवार को ताजिया जुलूस निकाला गया। वहीं हजरत इमाम हुसैन की कर्बला की शहादत को याद करते हुए खराजे अकीदत पेश की गई। ताजिया जुलूस में बच्चे, जवान, पुरुष एवं महिलाएं भी शामिल हुई। इस दौरान बच्चे उत्साह के साथ या हुसैन..या अली के नारे लगाए। मूल रूप से चेहल्लुम का त्योहार मुहर्रम के 40 दिनों बाद मनाया जाने वाला गम का त्योहार है। जिसमें मोहम्मद साहब के त्याग और कुर्बानी से सभी प्रेरणा लेने एवं उनके बताए मार्ग पर चलने का संदेश छुपा है। बसंतपट्टी के विभिन्न मार्गों से ताजिया निकलने के पूर्व मस्जिदों में फातिहा भी पढा़ गया। वहीं बसंतपट्टी नौजवान कमेटी के सदस्यों ने लाठी, तलवार आदि परंपरागत हथियारों के साथ जुलूस निकाला। इस दौरान पर मेला भी लगा जिसमें लोगों ने जमकर खरीदारी की। वहीं थानाध्यक्ष दिनेश तिवारी के नेतृत्व में पुलिस बलों ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी।