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शिवहर में बाढ़ के कहर से तबाही का मंजर

शिवहर। रविवार को सुबह शिवहरवासियों ने खुद को बागमती में आई बाढ़ की गिरफ्त में पाया। दर्जनों गांव टापू में तब्दील दिखे। लोगों ने जान बचाने को घर का मोह त्यागकर ऊंचे स्थानों पर शरण लेना शुरु कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jul 2019 11:33 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 06:34 AM (IST)
शिवहर में बाढ़ के कहर से तबाही का मंजर
शिवहर में बाढ़ के कहर से तबाही का मंजर

शिवहर। रविवार को सुबह शिवहरवासियों ने खुद को बागमती में आई बाढ़ की गिरफ्त में पाया। दर्जनों गांव टापू में तब्दील दिखे। लोगों ने जान बचाने को घर का मोह त्यागकर ऊंचे स्थानों पर शरण लेना शुरु कर दिया। वहीं जिला प्रशासन की गाड़ियां प्रभावित इलाकों में दौड़ने लगीं। डीएम अरशद अजीज, एसपी संतोष कुमार, एसडीओ आफाक अहमद एवं एसडीपीओ राकेश कुमार बाढ़ से घिरे लोगों के बीच जाकर राहत शिविरों की जानकारी देते हुए संबंधित बीडीओ एवं सीओ को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इन सब गतिविधियों के बीच बाढ़ के पानी में बढ़ोत्तरी का क्रम जारी रहा। इधर प्रलयंकारी बाढ़ को लेकर लोग पूरे दिन सशंकित रहे। मुख्यालय में भी बाढ ने मचाई तबाही ऐसा नहीं कि बाढ़ ने सिर्फ गांवों में तबाही मचाई बल्कि जिला मुख्यालय को भी निशाना बनाया। समाहरणालय एवं न्यायालय परिसर, किसान भवन, दोनों अस्पताल, प्रखंड कार्यालय, कृषि कार्यालय सहित तमाम कार्यालयों में पानी भर गया। वहीं डीएम, एसपी, एसडीओ, एसडीपीओ सहित अन्य अधिकारियों के आवासों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। उधर न्यायिक पदाधिकारियों के निर्माणाधीन आवास चारों तरफ से पानी में घिरकर टापू स²श दिख रहे हैं। पूरे दिन चक्कर लगाते रहे प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ की विभीषिका झेल रहे प्रभावितों की सहायता के लिए कुल तीस राहत शिविर एवं सार्वजनिक भोजनालय की व्यवस्था की गईं। जहां भोजन, आवासन सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस बीच अधिकारियों की टीमें मॉनीटरिग करती देखी गई। यातायात बुरी तरह प्रभावित लगातार बारिश एवं बाढ़ के कारण जिले की यातायात पूरी तरह चौपट हो गई है। एनएच 104 एवं एसएच 54 पर चल रहे पानी के अथाह रेला की वजह से पड़ोसी सीतामढ़ी एवं मोतिहारी जिला से संपर्क चार दिनों से बाधित है। वहीं आज शिवहर - चकिया पथ में व्यवधान आने से यह विकल्प भी खत्म हो गया। वहीं शिवहर- मुजफ्फरपुर पथ जो एक मात्र लाइफ लाइन बची है उसमें भी सुंदरपुर के नजदीक सड़क पर पानी फैलना प्रारंभ हो गया है। कुल मिलाकर जिला शिवहर में बागमती का प्रकोप चरम पर है।

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