हादसे को निमंत्रण दे रहा जर्जर पुल
मुख्यालय के जीरो माइल से सटे पूरब स्थित जर्जर स्क्रू पाइल्स पुल कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।
शिवहर। मुख्यालय के जीरो माइल से सटे पूरब स्थित जर्जर स्क्रू पाइल्स पुल कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। पुल के पूर्वी छोर पर टूटे सतह एवं रे¨लग को देखकर ही डर लगता है कि पता नहीं कब हादसा हो जाए ?उक्त स्थान पर पूर्व में कई घटनाएं घट चुकी हैं बावजूद विभाग या फिर प्रशासन सचेत नहीं है। बावजूद उस जर्जर पुल के ऊपर भारी वाहनों एवं सवारी गाड़ियों का गुजरना बदस्तूर जारी है। वाहन चालकों की यह जांबाजी कभी बड़े हादसे का सबब बन सकती है। लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जाना ¨चतनीय है। सनद रहे कि एनएच 104 शिवहर - सीतामढ़ी पथ निर्माणाधीन है, ¨कतु निर्माण कंपनी इस ़खतरनाक पुल के प्रति संवेदनशील नहीं है। जबकि इस अहम पुल की उपेक्षा भारी परेशानी का कारण बनेगी। वहीं कुछ ही दूरी पर रसीदपुर एवं कोला पुल के पास भी पुराने पुल को हटा दिया गया है। डायवर्सन बने तो हैं लेकिन वह महज खानापूर्ति भर है। जिसमें बने बड़े- बड़े गड्ढे राहगीरों को डराने को काफी है। हिलते डुलते गुजरते वाहनों पर सवार यात्रियों का हाथ सीधे पर ही रहता है पता नहीं कब गाड़ी पलटी मार बैठे। एनएच 104 के निर्माण की धीमी गति ने एक साथ कई परेशानियां खड़ी कर दी है। सबसे बुरा हाल बागमती डुब्बा पुल एवं पूर्वी तटबंध के बीच देखा जा रहा है। जहां सड़कों पर उड़ती धूल चालकों का संतुलन बिगाड़ने में सहायक सिद्ध हो रहीं हैं। इस रास्ते सीतामढ़ी जाना बड़ी हिम्मत का काम है। नतीजतन लोग रुट बदलकर पिपराही पुरनहिया होकर सीतामढ़ी जाना सुविधाजनक समझते हैं।