गांव में नहीं रहता है संतोष का परिवार
संतोष झा ने अपनी दुनिया दैस्तियां गांल से शुरु जरुर की थी लेकिन वह गांल में रहता नहीं था।
By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 01:33 AM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 01:33 AM (IST)
शिवहर। संतोष झा ने अपनी दुनिया दैस्तियां गांल से शुरु जरुर की थी लेकिन वह गांल में रहता नहीं था। बड़े आलीशान भवन बनाने के लिए बड़ी सी चहारदीवारी का निर्माण कराया था। दोस्तियां में पूर्व से बने उसके गोशाला की गायें भी बिक गई हैं। प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद गृह निर्माण कार्य भी बंद पड़ा है।घर का निर्माण कार्य पूरी तरह ठप है। 1 जनवरी 2016 को मां की मौत के बाद पिता चंद्रशेखर झा भी शायद ही कभी आते हैं।अगर आना भी हुआ तो पास का सामुदायिक भवन उनका अस्थायी आवास होता है ।
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