जिले में सड़कों की स्थिति दयनीय
शिवहर। हल्की बारिश क्या हुई। शिवहर का पड़ोसी दोनों जिलों से सड़क संपर्क बाधित हो गया है। शिवहर - मोतिहारी पथ एसएच 54 पर आज फिर से वाहनों का परिचालन बंद हो गया।
शिवहर। हल्की बारिश क्या हुई। शिवहर का पड़ोसी दोनों जिलों से सड़क संपर्क बाधित हो गया है। शिवहर - मोतिहारी पथ एसएच 54 पर आज फिर से वाहनों का परिचालन बंद हो गया। बेलवा घाट के समीप की सड़क बीते तीस वर्षों में नहीं बन सकी। इस नासूर का इलाज भी संभव नहीं दिखता। महज तीन किलोमीटर की सड़क नदी एवं खेत में तब्दील हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर शिवहर - सीतामढ़ी पथ एनएच 104 पर डुब्बा घाट के समीप कीचड़ होने से बड़े वाहनों का परिचालन बंद हो गया है। इस तरह आज पड़ोसी जिलों से शिवहर एक मायने में कट सा गया है। वहीं दूसरी ओर वर्तमान में जिले की अधिकांश सड़कें बाढ़ की मार से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। कुछेक सड़कों की मरम्मत जरुर की गई हैं बावजूद स्थिति अनुकूल नहीं है। लोग इसे महज खानापूर्ति बता रहे हैं। एक गांव से दूसरे गांव जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि उक्त दोनों ही सड़कें लाइफ लाइन कहीं जाती है। वहीं दूसरी ओर शिवहर मुख्यालय से देकुली धाम के बीच महज पांच किलोमीटर की दूरी में चार डायवर्सन बने हैं जिस होकर गुजरने से पहले कलेजा मजबूत करना होता है। शायद ही कोई दिन गुजरता है जब साइकिल या बाइक सवार दुर्घटना का शिकार नहीं होता है। इस परेशानी के लिए लोग सीधे तौर पर एनएच निर्माण कंपनी को जिम्मेदार मानते हैं। जिसकी लापरवाही एवं निर्माण गति धीमी होने से आज यह दिन देखने को मिल रहा है। कमरौली एवं देकुली के बीच महादलित बस्ती के पास का डायवर्सन तो डीएम के निर्देश के बावजूद उसी हाल में है। आज भी उक्त डायवर्सन होकर पानी बहता दिखता है। जहां वाहनचालक तो दूर पैदल यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। इन परिस्थितियों के लिए लोग प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं कि थोड़ी भी दूरदर्शिता होती तो जिलावासियों की ऐसी हालत कतई नहीं होती? अपने दोनों पड़ोसी जिलों से सड़क संपर्क में व्यवधान विकास की असफलता का द्योतक है।