जिले के साथ हो रही है नाइंसाफी : लवली आनंद
जिले की ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक दिवसीय महाधरना का आयोजन मंगलवार को किया गया।
शिवहर। जिले की ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक दिवसीय महाधरना का आयोजन मंगलवार को किया गया। फ्रेंड्स ऑफ आनंद के बैनर तले धरना का नेतृत्व पूर्व सांसद लवली आनंद ने किया जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजीव कुमार ¨सह उर्फ पप्पू ने किया। मुख्यालय के किसान मैदान में आहूत महाधरना में वक्ताओं ने एक- एक कर जिले की मूलभूत समस्याओं को गिनाया। वहीं इस दौरान पूर्व सांसद श्रीमती आनंद ने कहा कि सबसे छोटा जिला होने के बावजूद शिवहर विकास के मामले में आज भी कोसों दूर है। जिले का संपर्क आज भी न तो रेल लाइन से जुड़ा और ना ही राष्ट्रीय राजमार्ग से जो विकास की राह में बड़ी बाधा है। कई बड़े पुल नहीं होने से आवागमन की समस्या बरकरार है। वहीं मेडिकल, इंजीनिय¨रग एवं डिग्री कॉलेज का अभाव जिले की प्रतिभाओं को उच्च शिक्षा से वंचित कर रहा है। वहीं एक सक्षम अस्पताल नहीं होने से जिलावासियों को समुचित स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा। वहीं मौके फ्रेंड्स ऑफ आनंद के प्रांतीय अध्यक्ष कुलानंद यादव अकेला ने कहा कि शिवहर समस्याओं के मकड़जाल में उलझा है ऐसे में शिवहर के बेटा आनंद मोहन की कमी खल रही है। कहा कि जनवरी में उनकी रिहाई को लेकर होनेवाले निर्णायक संघर्ष में शिवहर वासियों का साथ चाहिए । महाधरना कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे फ्रेंड्स ऑफ आनंद के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार ¨सह पप्पू ने कहा कि शिवहर में समस्याओं की लंबी फेहरिस्त है किसान, व्यवसायी, छात्र, युवा एवं महिलाएं सभी समस्याओं से त्रस्त हैं। मौके पर नंदकिशोर ¨सह, मो. शहाबुद्दीन, ओमप्रकाश यादव, आले अहमद खान, प्रो. गौरी ¨सह, पवन बंसल, दीनबंधु ¨सह, महंत शंभूनारायण दास, गणेश ¨सह, सुखदेव पासवान, संजय ¨सह, केदार सहनी, मुकेश भूषण, संतोष कुमार ¨सह, बच्चा ¨सह, पूनम देवी, बच्चा आलम, मुन्ना ¨सह, विनोद गुप्ता, ध्रुव ¨सह, राजकिशोर ¨सह, रामजी महतो, पप्पू ¨सह, लालसाहेब वर्मा, मनीषा कुमारी, दारा ¨सह, नवनीत कुमार, रीतुराज एवं शक्ति ¨सह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। - सौंपा गया ज्ञापन फ्रेंड्स ऑफ आनंद का एक शिष्टमंडल जिले की ज्वलंत समस्याओं से संबद्ध ज्ञापन राज्यपाल के नाम डीडीसी को सौंपा। जिसमें शिवहर को सूखाग्रस्त जिला घोषित करने, मोतिहारी- शिवहर- सीतामढ़ी रेलखंड का निर्माण, अदौरी खोरी पाकड़ घाट पर पुल का निर्माण, बेलवा डैम निर्माण, किसानों के बिजली बिल एवं मालगुजारी माफ करने, रबी की खेती के लिए सस्ते दर पर खाद, बीज, डीजल एवं 18 घंटे बिजली सुनिश्चित करने, नदी नालों की उड़ाही करने, खराब नलकूपों को चालू करने, चीनी मिल में किसानों के बकाया राशि का भुगतान करने, एनएच 104 निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने, पारा मेडिकल कॉलेज, इंजीनिय¨रग कॉलेज, विज्ञान भवन कला भवन, स्टेडियम का निर्माण करने, शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने, संविदाकर्मियों एवं गृह रक्षकों की सेवा स्थायी करने सहित अन्य मांगे शामिल है।