नवजात को अस्पताल में छोड़ निकल भागी प्रसूता
शिवहर। शनिवार को मुख्यालय स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आई।
शिवहर। शनिवार को मुख्यालय स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आई। एक ओर जहां जन्मदात्री माता को सृष्टि निर्मात्री एवं दया की साक्षात देवी का दर्जा दिया गया है वहीं एक प्रसूता बच्चा जनने के बाद उसे छोड़कर न जाने कहां भाग गई। दरअसल हुआ यूं कि प्रसव पीड़ा से कराहती एक नव प्रसूता अस्पताल में भर्ती हुई। उसने अपना नाम अंतिमा कुमारी (18) पति शिवकुमार दास दर्ज कराया। प्रसव कक्ष में एएनएम की मौजूदगी में एक सुंदर एवं स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। परिचारिकाएं नवजात का उपचार करने दूसरे कक्ष में गई तभी चुपके से उक्त प्रसूता वहां से निकल भागी। बाद में अस्पताल प्रबंधन ने उसे ढूंढने हम का प्रयास किया लेकिन रजिस्टर में दर्ज नाम एवं पता फर्जी निकला। यह खबर जिले में चर्चा का विषय बन गई। लोग उक्त कथित महिला का माता के नाम पर कलंक सहित अन्य नाम देकर धिक्कारने लगे। उक्त आशय हंस की सूचना सिविल सर्जन डॉ धनेश कुमार सिंह एवं डीएम अवनीश कुमार को दी गई। इसी बीच पुरनहिया प्रखंड के बसंतपट्टी पंचायत मुखिया धर्मेंद्र कुमार सिंह ने उक्त नवजात को गोद लेने की पेशकश की। बात जिलाधिकारी तक पहुंची। सिविल सर्जन के हवाले से बताया गया कि बच्चे को गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया है। ऐसे ही किसी को बच्चा नहीं दिया जा सकता। फिलवक्त उक्त नवजात अस्पताल में विशेष यूनिट में स्वस्थ एवं सुरक्षित है। जिसे बाल कल्याण समिति के सौंपा जाएगा जहां के निर्देश पर उक्त बच्चा विशिष्ट दत्तक संस्थान को भेजने का प्रावधान है।