बागमती के तेवर नरम, जलस्तर में आई कमी
बागमती में आई बाढ़ की त्रासदी झेल रहे जिलावासियों के लिए सोमवार का दिन राहत भरा रहा।
शिवहर: बागमती में आई बाढ़ की त्रासदी झेल रहे जिलावासियों के लिए सोमवार का दिन राहत भरा रहा। एक तो नदी के जलस्तर में गिरावट के साथ 63.5 पर स्थिरता दर्ज की गई। जो अभी भी खतरे के निशान से 1.77 मीटर ऊपर है। वहीं लगातार बारिश से ऊबे जनमानस को पूरे दिन धूप का आनंद लेते देखा गया। इन सबके बीच बाढ़ से प्रभावित गांवों में संकट अब भी कायम है। बेघर हुए लोगों ने ऊंचे स्थानों एवं राहत शिविरों में शरण ले रखी है जहां भोजन, चिकित्सा सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। वहीं एनजीओ एवं समाजसेवियों द्वारा निजी स्तर पर भी लंगर के माध्यम से सामूहिक भोजन कराया जा रहा है। अब तरियानी में दिख रहा बाढ का प्रकोप पिपराही एवं पुरनहिया प्रखंड में जहां धीरे- धीरे पानी कम हो रहा है वहीं शिवहर दक्षिणी एवं तरियानी प्रखंड में बाढ़ ने रंग दिखाना प्रारंभ कर दिया है। वस्तुत: जिले का निचला हिस्सा होने से बाढ़ का पानी यहां जमा होने लगा है। वहीं लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि यहां भी पदाधिकारियों के काफिले ने दौरा कर यथोचित सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास प्रारंभ कर दिया है। पदाधिकारियों की टीमें कर रही निरीक्षण इस आपदा की स्थिति में जिला प्रशासन भी अपनी मुस्तैदी दिखाते हुए प्रभावितों को हरसंभव सहायता देने की कोशिश में है। राहत शिविरों में भोजन आवासन के अतिरिक्त चिकित्सा सुविधा एवं एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। वहीं मवेशियों के लिए चारा एवं चिकित्सा के लिए पशुपालन पदाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं लोगों को आगाह किया गया है कि हिम्मत और धैर्य के साथ इस प्रकृति के प्रकोप का मुकाबला करें। जिला प्रशासन हर संभव सहायता को प्रयासरत है।