पीएचसी में गायब मिले स्वास्थ्यकर्मी, स्कूलों में लटके थे ताले
जिले में स्वास्थ्य एवं शिक्षा की लचर व्यवस्था की पोल तब खुली जब डीएम अरशद अजीज ने गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवहर का औचक निरीक्षण किया।
शिवहर। जिले में स्वास्थ्य एवं शिक्षा की लचर व्यवस्था की पोल तब खुली जब डीएम अरशद अजीज ने गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवहर का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जो मंजर दिखा वह वाकई सोचने को विवश करता है। वहीं सरकारी महकमे की सच्चाई भी उजागर करता है। निरीक्षण में स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी अधिकारी या या चिकित्साकर्मी मौजूद नहीं थे। निरीक्षण में देखा गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवहर के मनोज कुमार केटीएस, मुन्नी कुमारी एएनएम, आदित्य कुमार एवं पुरुषार्थ कुमार डाटा ऑपरेटर हाजिरी बनाकर फरार थे। वहीं दवा भंडार में बच्चों से संबंधित दवाएं उपलब्ध नहीं थी। हालांकि डॉ. युगलकिशोर प्रसाद बाद में उपस्थित हुए। डीएम ने केंद्र की स्थिति देखकर काफी नाराजगी जताई। वहीं सिविल सर्जन डॉ. विश्वंभर ठाकुर को निर्देश दिया कि उक्त कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछते हुए आवश्यक विधिसम्मत कार्रवाई की जाए। वहीं निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केंद्र में हर तरह के दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इसके बाद डीएम प्राथमिक विद्यालय मथुरापुर पहुंचे जहां 117 विद्यार्थियों को कतारबद्ध मध्यान भोजन करते हुए राहत महसूस की। उसके बाद निरीक्षण का काफिला मध्य विद्यालय शाहपुर पहुंचा, जहां विद्यालय बंद पाए गए। वहीं विद्यालय को देख कर ऐसा लग रहा था कि यहां लोगों की आमोदरफ्त ही नहीं है। चारों ओर गंदगी बिखरी पड़ी थी वहीं बेतरतीब पेड़ पौधे उगे देख डीएम ने कहा कि यहां इस वातावरण में बच्चे कैसे पढ़ते हैं। अब प्राथमिक विद्यालय शिवहर (पश्चिमी) की बारी थी। यहां भी ताला लटका हुआ नजर आया। जिसे देख डीएम को बड़ी कोफ्त हुई। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. मसलेहुद्दीन को निर्देश दिया कि संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं बंद पाए गए विद्यालयों के सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि आइंदा विद्यालयों की ऐसी स्थिति देखने को न मिले। बच्चों को पढ़ाई की सुविधा मिले वहीं अन्य विद्यालयों को सबक भी मिले।