बारिश नहीं होने से आकाश को निहार रहे किसान
बारिश नहीं होने से परेशान किसान अपने भविष्य के प्रति खासे ¨चतित हैं कि उनके सारे सपने ध्वस्त होने को हैं, क्योंकि ठीक बाली पकड़ने के मौके पर ही मौसम ने दगा दे दी।
शिवहर। बारिश नहीं होने से परेशान किसान अपने भविष्य के प्रति खासे ¨चतित हैं कि उनके सारे सपने ध्वस्त होने को हैं, क्योंकि ठीक बाली पकड़ने के मौके पर ही मौसम ने दगा दे दी। बारिश के बिना धान की फसल होना नामुमकिन है। हालांकि जिले के किसानों ने अपने स्तर से अपने लहलहाती फसल को बचाने का भरसक प्रयास किया। महंगी डीजल लेकर जैसे तैसे ¨सचाई भी की लेकिन फिर भी आश्वस्त नहीं हैं कि खलिहान में धान पहुंच ही जाएगा। क्योंकि नमी की कमी के कारण आशानुरुप उत्पादन नहीं हो सकता। वहीं दूसरी गाज तब गिरी जब सूखा प्रभावित जिलों में शिवहर का नाम नहीं शामिल किया गया। सरकार की इस बेरुखी ने तो किसानों को और भी सदमे में डाल दिया है। वे कभी अपनी किस्मत तो कभी सरकार को कोस रहे हैं। जबकि यह बात सर्वविदित है कि शिवहर के किसानों ने सूखे की मार झेली है। कांग्रेस जिला प्रवक्ता मुकेश कुमार ¨सह ने सरकार की इस नीति की आलोचना करते हुए शिवहर जिले के किसानों की उपेक्षा करार दिया है। वहीं कहा है कि यह यहाँ के जनप्रतिनिधियों की नाकामी है जो जिलावासियों की संवेदना को नहीं समझते।