सरकार के ऐतिहासिक फैसले की सबने की प्रशंसा
शिवहर। सोमवार का दिन पूरी तरह राष्ट्रवाद के नाम रहा। राजनीति से सरोकार रखनेवाले ही नहीं सामान्य जन की भी नजरें कश्मीर के घटनाक्रम पर टिकी थी। दैनिक दिनचर्या को दरकिनार कर लोग टीवी से चिपके रहे।
शिवहर। सोमवार का दिन पूरी तरह राष्ट्रवाद के नाम रहा। राजनीति से सरोकार रखनेवाले ही नहीं सामान्य जन की भी नजरें कश्मीर के घटनाक्रम पर टिकी थी। दैनिक दिनचर्या को दरकिनार कर लोग टीवी से चिपके रहे। करीब सत्तर वर्षों की समस्या का अंत कुछ इस तरह हो जाएगा किसी को उम्मीद नहीं थी। इसके साथ ही शुरु हो गया प्रतिक्रियाओं का दौर। 1. इंडियन रेडक्रास सोसायटी जिला सचिव गिरीशनंदन सिंह प्रशांत ने कहा आजादी के सात दशक बाद कश्मीर तीन परिवारों की जमींदारी से मुक्त हुआ है। अब इस प्रदेश का विकास तीव्र गति से होगा। केंद्र सरकार का फैसला ऐतिहासिक है लेकिन इसके साथ ही सरकार की जिम्मेदारी बढ़ गई है कि जम्मू एवं कश्मीर की खोया अतीत, अमन, विश्वास एवं सौंदर्य कैसे वापस लाएं। 2. लोजपा जिलाध्यक्ष विजय कुमार पांडेय ने कहा कि आज देश को दूसरी आजादी का अनुभव हो रहा है। पीएम मोदी एवं शाह की जोड़ी ने सत्तर साल की गलती 370 को समाप्त कर इतिहास रच दिया है। आज सचमुच दिवाली मनाने का दिन है। पूरे हिन्दुस्तान में एक साथ तिरंगा लहरेगा जो देश की एकता का प्रतीक है। 3. समाजसेवी योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि भारत के अभिन्न अंग जम्मू एवं कश्मीर से 370 एवं 35 ए का हटना किसीको चमत्कार से कम नहीं है। इसके लिए भारत के पीएम नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह को बधाई। इस साहसिक, देशहित एवं दूरदर्शिता वाले कार्य की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। 4. सुनील कुमार सिंह फ्रेंड्स ऑफ आनंद के सुनील कुमार सिंह ने कहा कि दशकों पूर्व की गई एक महान राजनीतिक भूल को सुधारने का जोखिम भरा काम करने के लिए वर्तमान केन्द्र सरकार बधाई की हकदार है। आज का दिन स्वतंत्रता दिवस की भांति हर भारतीय को आत्मिक शांति एवं प्रसन्नता की अनुभूति करा रहा है। आतंकवाद की प्रयोगशाला बना कश्मीर फिर से भारत ही नहीं धरती का स्वर्ग बन जाएगा इसमें कोई संदेह नहीं है। 5. शिक्षाविद विजय पांडेय ने कश्मीर पर लिए गए केंद्र सरकार के एक्शन को एक समदर्शी सरकार की सोच का परिणाम बताया है। कहा कि संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने का यह सफल एवं ऐतिहासिक कदम है। देश के अमन व शांति में खलल डालने वालों की दुकानें बंद हो जाएंगी। वहीं कश्मीर सबका एवं सबके लिए कश्मीर चरितार्थ होगा। एक देश, एक निशान एवं एक प्रधान की परिकल्पना साकार होगी। आज सचमुच जश्न मनाने का दिन है।