जल संरक्षण एवं हरियाली जीवन के लिए आवश्यक: डीएम
जल- जीवन- हरियाली सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है।
शिवहर। जल- जीवन- हरियाली सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसको सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए युद्ध स्तर पर धरातल पर उतारने की जरूरत है। उक्त बातें डीएम अवनीश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट स्थित संवाद कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कही। कहा कि वहां के लोगों की हालत दूसरी है जहां जल संकट है। वहां पौधारोपण सहित अन्य जरुरतों के लिए पानी के लिए बड़ी मशक्कत करनी होती है। शिवहर में वैसी स्थिति नहीं है यहां के लोगों को जल की बर्बादी रोकने की जरूरत है। पौधारोपण पर बल देते हुए कहा 2 अक्टूबर तक इस योजना को धरातल पर दिखाई देने की जरूरत है। कहा कि जीवन के लिए जल संरक्षण एवं हरियाली जीवन के लिए बेहद अहम है। वहीं सभी सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम अतिशीघ्र लगाने का निर्देश दिया।
डीडीसी मो. वारिस खान ने जल- जीवन- हरियाली योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। वहीं कहा कि जल संरक्षण एवं हरियाली से न सिर्फ मानवीय जीवन सुरक्षित होता है। बल्कि यह समाज एवं राष्ट्र के हित में है। पर्यावरण संतुलन के लिए भी दोनों का समन्वय आवश्यक है। जल को प्रकृति का उपहार बताते हुए इसकी बेवजह बर्बादी रोकना आवश्यक बताया। चिता जताई और कहा कि जहां कहीं नल या मोटर पंप से जल की बर्बादी दिखे उसे रोकने की कोशिश होनी चाहिए। जल की मनरेगा के तहत पौधारोपण पर विशेष बल दिया कहा कि सिर्फ पौधे लगाना भर काफी नहीं है उसकी देखभाल भी आवश्यक है।
इस दौरान जल जीवन हरियाली से जुड़े वीडियो क्लीप एवं डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। वहीं उसे गंभीरता से लेते हुए योजना के मर्म को समझते हुए इसे कार्यरुप देने का आह्वान किया गया। मौके पर डीआरडीए निदेशक रवींद्र कुमार, डीपीओ उमाशंकर पाल, नपं कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार, जीविका डीपीओ संतोष कुमार, सहित अन्य विभागीय अधिकारी, बीडीओ, मनरेगा पीओ, सभी विभागों के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता सहित जिले के विभिन्न पंचायतों से आए मुखिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।