महिलाओं को मिले बराबरी का दर्जा
पितृसत्तात्मक समाज के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के संकल्प के साथ गांधी भवन में आयोजित तीन दिवसीय जेंडर संवाद कार्यक्रम संपन्न हो गया।
शिवहर । पितृसत्तात्मक समाज के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के संकल्प के साथ गांधी भवन में आयोजित तीन दिवसीय जेंडर संवाद कार्यक्रम संपन्न हो गया। राइड फॉर जेंडर के राकेश कुमार ¨सह के संयोजकत्व में आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए ¨चतकों एवं स्थानीय प्रबुद्धजनों ने अपने विचार रखे। तीन दिनों तक चले विमर्श के परिणामस्वरूप लोगों ने यह माना कि बदलते जमाने के साथ फिजूल मान्यताओं को दरकिनार करना लाजिमी है। वहीं सामाजिक संरचना को उन्नत बनाने के लिए रुढि़वादी परंपरा एवं आदर्शों की बलि देनी होगी। विचार मंथन का मुख्य उद्देश्य पितृ सत्यता के खिलाफ एक समावेशी मान्यता विकसित करना था। जिसमें महिलाओं को बराबरी का दर्जा मिले। जहां जन्मदात्री एवं सृष्टि निर्मात्री के साथ क्रूरतम एवं दोयम दर्जे का व्यवहार होता हो वह देश कभी तरक्की नहीं कर सकता। कार्यक्रम में वक्ताओं ने माना कि आज भी नारी के साथ न्याय नहीं हो रहा और न ही सोच बदली है। जबकि सृष्टि के विकास में दोनों बराबर के हिस्सेदार हैं। भ्रूण हत्या, दहेज हत्या, तेजाब हमला, घरेलू ¨हसा सरीखे कांड इसके प्रमाण हैं। और तो और घर में ही बेटा बेटियों के समान प्यार एवं दुलार या फिर संसाधनों से महरूम रखा जाता है जो कतई जायज नहीं है। शास्त्र एवं इतिहास गवाह है कि नारी शक्ति पुरुषों के मुकाबले कतई कमजोर नहीं है।
तरियानी छपरा निवासी राकेश कुमार ¨सह ने यही संवाद साइकिल यात्रा कर देश के कोने कोने में फैलाया। तीन वर्ष चले इस अभियान का समापन गृह जिला शिवहर में किया गया। जिसमें स्त्रीकाल पत्रिका के संपादक संजीव चंदन मेरा रंग की संपादक शालिनी श्रीनेत, फिल्म पत्रकार दिनेश श्रीनेत, उड़ीसा से आई नारी अधिकार कार्यकर्ता चांदमणि शांडिल्य, पूर्वांचल न्यू•ा एकेडमी गोरखपुर की संस्थापक विभा रानी, धीरेंद्रप्रताप दिल्ली यूनिवर्सिटी शोधार्थी विनीता राव, समग्र सेवा जमुई से कुमोद, तमिलनाडु से जैविक कृषि को प्रोत्साहन देने वाले रमेश कुमार एवं रजनीश कुमार देवघर से आए नवनीत कुमार, जेपी युनिवर्सिटी से आए प्रयोग. पृथ्वीराज ¨सह, प्रमुख नारीवादी कार्यकर्ता कमला भसीन, वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल्ला कुट्टी एडवन, डीयु की प्रो. मेधा, राइ¨जग मलंग के सूफी गायक प्रभोजोत ¨सह, अमनदीप, कठपुतली कलाकार रामलाल भट्ट, संभाजी भगत, बाउल गायक मधुसूदन सामंता सहित अन्य शामिल हुए। समापन सत्र में दर्जन भर महिला कांस्टेबलों को सम्मानित किया गया। वहीं स्थानीय गिरीशनंदन ¨सह प्रशांत, अजबलाल चौधरी, संजय ¨सह, मुकुंद प्रकाश मिश्र, चंदन कुमार गुप्ता, रवि वर्मा, दीपक कुमार, हरिवंश प्रसाद ¨सह, सहित अन्य लोगों ने अपने विचार रखे। वहीं शहर के अन्य गणमान्यों ने उपस्थिति दर्ज कराई।