फसल क्षतिपूर्ति के लिए हतोत्साहित न हों किसान : मंत्री
बाढ़ एवं इससे प्रभावित आवाम के लिए सरकार पूरी तरह संवेदनशील है।
शिवहर। बाढ़ एवं इससे प्रभावित आवाम के लिए सरकार पूरी तरह संवेदनशील है। हरेक प्रभावितों को सहायता अनुदान की राशि उनके खाते में स्वत: डाल दी जाएगी। उक्त बातें सूबे के सहकारिता मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री राणा रणधीर सिंह ने कलेक्ट्रेट स्थित संवाद कक्ष में कही। वस्तुत: शुक्रवार को उन्हीं की अध्यक्षता में जिला स्तरीय राहत अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान जहां जिले जिले में बाढ़ के दौरान चलाए गए राहत कार्यों की समीक्षा की गई वहीं उन्होंने निर्देशित किया कि जिन इलाकों में लोगों को अभी भी खाना बनाने में दिक्कत है वहां सामुदायिक किचन का संचालन जारी रखा जाए। जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशुओं का टीकाकरण एवं रुग्ण पशुओं की चिकित्सा में तेजी लाने का निर्देश दिया गया जबकि पीएचईडी कार्यपालक अभियंता को बाढ़ वाले क्षेत्रों में स्थित चापाकलों को संक्रमणमुक्त करने की दिशा में कार्य करने का टास्क दिया गया।
जिले में बाढ़ प्रभावित किसानों एवं फसल क्षति का इनपुट यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया ताकि प्रभावितों को अनुदान राशि अविलंब दी जा सके। इधर आरडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता के आधार पर कम से कम समय में पूरा करें। जबकि कार्यपालक अभियंता पर प्रमंडल की कार्यगति को लेकर नारा•ागी जताई गई। वहीं शिवहर- मीनापुर पथ, शिवहर- बेलवा पथ, बेलसंड- छतौनी पथ एवं पिपराही - पुरनहिया पथ की मरम्मत का कार्य दो दिनों के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया गया। सहायता एवं अनुदान राशि को लेकर जानकारी साझा की गई कि पूर्व से उपलब्ध डाटा का सत्यापन करते हुए बाढ़ प्रभावितों को राशि उपलब्ध कराई जा रही है। कितु इसके अतिरिक्त जो नए बाढ़ प्रभावित हैं उनका सर्वे कार्य पूरा होने के बाद उनके खाते में भी अनुदान की राशि भेज दी जाएगी।
जिले के सभी पदाधिकारियों का आह्वान किया कि अपने अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा के साथ बखूबी निर्वहन करें और आवाम की सहायता में तंत्रपर रहें। मौके पर डीएम अरशद अजीज, सहायक डीएम काथवते मयूर अशोक, बेलसंड विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान, डीडीसी मो. वारिस खान, एडीएम शंभूशरण, एसडीओ आफाक अहमद, नपं अध्यक्ष अंशुमान नंदन सिंह, सभी राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।