डीएम ने लिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा
शिवहर। बाढ़ के खतरे से पूरा जिला सशंकित हैं ऐसे में जिला प्रशासन का संजीदा होना लाजिमी है। उफनाई बागमती के कहर से उबारने एवं पूर्व तैयारी का जायजा लेने डीएम अरशद अजीज एवं एसडीओ आफाक अहमद सहित अन्य पदाधिकारियों का काफिला बेलवा घाट पहुंचा।
शिवहर। बाढ़ के खतरे से पूरा जिला सशंकित हैं ऐसे में जिला प्रशासन का संजीदा होना लाजिमी है। उफनाई बागमती के कहर से उबारने एवं पूर्व तैयारी का जायजा लेने डीएम अरशद अजीज एवं एसडीओ आफाक अहमद सहित अन्य पदाधिकारियों का काफिला बेलवा घाट पहुंचा। जहां बागमती पूरे यौवन में बल खाती हुई दिखाई दे रही है। वहीं अथाह एवं अनंत जलराशि देख किसी किसी को भी भय हो आना आम बात है। वहीं घोर गर्जना के साथ तटबंधों से टकराती बागमती का खौफ आसपास के गांववासियों में स्पष्ट दिख रहा था। सनद रहे कि इसी के बगल होकर शिवहर- मोतिहारी पथ एसएच 54 गुजरती है जो अभी बाढ़ के पानी से आप्लावित है। डीएम अरशद अजीज ने मौजूद आसपास के ग्रामीणों को कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है जिससे सचेत रहने की जरूरत है। वहीं आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन आपदा से निबटने को पूरी तरह तैयार है। जिन गांवों के मुहाने पर बाढ के कारण सड़क संपर्क भंग हो गया है उन्हें सरकारी नाव उपलब्ध कराने का निर्देश सीओ कौशल किशोर सिंह को दिया। वहीं कहा कि बाढ़ प्रभावितों के लिए आपदा प्रबंधन के तहत पॉलीथिन सीट, खाने के पैकेट्स सहित अन्य उपयोगी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता में कमी नहीं होगी। नदी के आसपास के लोगों को नसीहत दी कि निजी नाव का प्रयोग हरगिज नहीं करना है। चेतावनी दी कि बाढ के दौरान नदी में नाव परिचालन पर सख्त पाबंदी रहेगी। अगर कोई निजी नाव लेकर नदी में उतरेगा उसकी नाव जब्त करते हुए संबंधित व्यक्ति के ऊपर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सीओ कौशल किशोर सिंह एवं थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव को अधिकृत किया गया कि इसकी निगरानी रखी जाए। सीओ को आपात स्थिति के लिए शरण स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। तटबंधों पर रखें कड़ी निगरानी
डीएम ने बागमती नदी के दोनों तटबंधों की सुरक्षा में प्रतिनियुक होमगार्ड के जवानों को निर्देश दिया कि शिफ्ट के अनुसार तटबंधों पर पूरी चौकसी से निगरानी करें। किसी तरह की कोई अप्रिय स्थिति हो तो अविलंब वरीय एवं जिला कंट्रोल रूम को सूचना दें। वहीं बागमती प्रमंडल कार्यपालक अभियंता को बांध की सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया। वहीं बेलवा स्थित निर्माणाधीन डैम की सुरक्षा को लेकर सचेत करते हुए कहा कि 25 से तीस हजार बोरियां सुरक्षित रखें ताकि कटाव जैसी स्थिति आने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके