बदहाल सड़क, बेपरवाह व्यवस्था, फुटा लोगों का गुस्सा
शिवहर। शिवहर-दाउद छपरा-बीआरसी पथ की जर्जरता अब हादसों का कारण बन रही है। जगह-ज
शिवहर। शिवहर-दाउद छपरा-बीआरसी पथ की जर्जरता अब हादसों का कारण बन रही है। जगह-जगह बने गड्ढ़े और जलजमाव की वजह से इस पथ में सफर करना मुश्किल हो रहा है। बार-बार प्रदर्शन के बावजूद शासन-प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है। जबकि, ग्रामीण कार्य विभाग का दावा हैं कि सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है। यहीं वजह हैं कि, गुरुवार को एक बार फिर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज ग्रामीणों ने बीआरसी के पास प्रदर्शन कर विरोध जताया। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि, वर्षों से सड़क बदहाल है। आरटीआई के तहत ग्रामीण कार्य विभाग ने जवाब में बताया था कि, काम प्रगति पर है। लेकिन, इस पथ में कही भी काम होता नहीं दिख रहा है। बताते चलें कि, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत शिवहर से दाउद छपरा के बीच 2.64 किमी लंबी सड़क के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। 55.74 लाख की लागत से सड़क का निर्माण होना था। जबकि, इस सड़क के पांच साल तक मेंटेनेंस के लिए विभाग द्वारा 19.32 लाख रुपये अलग से दिए गए। ग्रामीण कार्य विभाग शिवहर द्वारा निर्माण का जिम्मा पूर्वी चंपारण जिले के बखरी गोपाल छपरा कल्याणपुर के अजय कुमार नामक संवेदक को दिया गया।
संवेदक द्वारा निर्माण से संबंधित बोर्ड भी लगा दिया गया। लेकिन निर्माण कब शुरू होगा और कब समाप्त होगा। इसकी जानकारी का उल्लेख बोर्ड पर नहीं है। जबकि, सड़क निर्माण की पहल तक नहीं हो सकी है।
ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा दी गई सूचना में दाउद छपरा के बीच 2.64 किमी लंबी सड़क के निर्माण के लिए आरटीआई के जवाब में विभाग ने सड़क निर्माण पर 49.30058 लाख और मेंटेनेंस पर 15.87548 लाख के खर्च की बात कही गई है। जबकि बोर्ड पर यह राशि 55.74 लाख व 19.32 लाख का उल्लेख है। ग्रामीण कार्य विभाग ने बताया हैं कि, शिवहर से दाउद छपरा के बीच 2.64 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य जारी है। निर्माण सात दिसंबर 2020 से शुरू किया गया है। निर्माण कार्य समाप्त होने की तिथि छह दिसंबर 2021 है।