बारिश के बाद फिर बिगड़ी शिवहर की सूरत
शिवहर। रविवार की शाम आंधी के साथ आई बारिश से शहर में फिर से वहीं नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगह जल जमाव होने से आवागमन में खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं।
शिवहर। रविवार की शाम आंधी के साथ आई बारिश से शहर में फिर से वहीं नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगह जल जमाव होने से आवागमन में खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। वहीं चिर-परिचित चिन्हित स्थानों जगदीश नंदन सिंह पथ, खादी भंडार के पास, कुंजगली एवं सिनेमा रोड पर जल जमाव की समस्या है। यह समस्या कोई नई नहीं है जब भी बारिश होती है इस इलाके के लोग एवं उस सड़क से गुजरने वाले लोग पहले ही यह अनुमान लगा लेते हैं कि कल्ह से परेशानी शुरू होगी जो हफ्ते भर कायम रहेगी। यह तो महज एक बानगी है। कल्पना करें जब जोरों की बरसात होगी तब क्या होगा। जल जमाव का मुख्य कारण शहर में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होना है। इसके स्थाई समाधान के लिए एक प्लानिग के तहत सीवरेज सिस्टम लागू करना होगा। हालांकि जिलाधिकारी अरशद अजीज ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है। इसमें काम को गति भी दी जा रही है। बालसुंदर नाला की उड़ाही उसी ड्रीम प्रोजेक्ट का पार्ट है। ऐसी योजना है कि मास्टर प्लान के तहत शहर में नाली का निर्माण कर उसे एक दूसरे से जोड़ते हुए बालसुंदर नाला से कनेक्ट कर दिया जाए। अगर ऐसा होता है तो शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इस संदर्भ में डीएम अरशद अजीज एवं नपं अध्यक्ष अंशुमान नंदन सिंह लगातार परस्पर विमर्श में हैं। इसका दूसरा लाभ यह भी होगा कि मृतप्राय हो चुकी बालसुंदर फिर से न सिर्फ जीवंत हो उठेगी वरन उसके किनारे बसे दर्जनों गांवों के किसानों को सिचाई के प्राकृतिक साधन उपलब्ध होंगे जो आज की अहम जरूरत है। एक मायने में यह जल संरक्षण की दिशा में भी सहायक सिद्ध होगा। बात करें शहर में वर्तमान जल जमाव से त्राण पाने की। इस बिदु पर भी प्रशासन संवेदनशील है। निर्माणाधीन शिवहर-मीनापुर पथ पर चौड़ीकरण के तहत जीरोमाइल चौक से अनुमंडल चौक तक की सड़क को डीएम के निर्देशानुसार विशेष तरीके से बनाया जा रहा है जिससे शहर का लुक बदला हुआ नजर आएगा। खैर. कहने का आशय यह कि उक्त सड़क के दोनों ओर नाली निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जिला प्रशासन एवं नपं की मंशा है कि जगदीश नंदन सिंह पथ पर एवं जीरोमाइल चौक आदि के पास होने वाले जल जमाव का तत्काल निदान किया जाए। वहीं शहर के बीचों-बीच होकर गुजर रहे एनएच 104 पर बन रहे नाले से भी बहुत हद तक इस समस्या से मुक्ति मिलने की उम्मीद है।