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सारण की महिलाओं ने चौखट लांघ स्वावलंबन की डगर पर बढ़ाया कदम

विकास की भारतीय अवधारणा में सहकारिता और सहोपकारिता का महत्व रहा है। सामूहिक प्रयास से बड़ी उपलब्धि प्राप्त करने के कई उदाहरण हैं। इसका विस्तार सारण जिले में भी देखने को मिल रहा है। छपरा शहर की महिलाएं भी अब घर की चौखट लांघकर स्वावलंबन की डगर पर कदम बढ़ा दी हैं। यहां की सैकड़ों महिलाएं पीएमएफएमआइ योजना (प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम) के तहत फूड प्रोसेसिग कर रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 May 2022 11:00 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2022 11:00 PM (IST)
सारण की महिलाओं ने चौखट लांघ स्वावलंबन की डगर पर बढ़ाया कदम
सारण की महिलाओं ने चौखट लांघ स्वावलंबन की डगर पर बढ़ाया कदम

सारण। विकास की भारतीय अवधारणा में सहकारिता और सहोपकारिता का महत्व रहा है। सामूहिक प्रयास से बड़ी उपलब्धि प्राप्त करने के कई उदाहरण हैं। इसका विस्तार सारण जिले में भी देखने को मिल रहा है। छपरा शहर की महिलाएं भी अब घर की चौखट लांघकर स्वावलंबन की डगर पर कदम बढ़ा दी हैं। यहां की सैकड़ों महिलाएं पीएमएफएमआइ योजना (प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम) के तहत फूड प्रोसेसिग कर रही हैं।

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नगर निगम के एनयूएलएम के तहत महिलाओं को 40 हजार रुपये सूक्ष्म उद्यम लगाने के लिए सीधे खाते में दिए जा रहे हैं। महिलाओं को बैंक का चक्कर नहीं लगाना पड़ रहा है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सिर्फ पैकिग फूड प्रोसेसिग पर ही यह लाभ मिल रहा है। पापड़, आचार, मशाला, दालमोट व मिक्चर बना रहीं महिलाएं

छपरा शहर की करीब एक सौ महिलाएं प्रथम फेज में इस योजना से जुड़कर स्वरोजगार कर रही हैं। एनयूएलएम के मिशन मैनेजर सुधीर कुमार हिमांशु ने बताया कि यहां स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं महिलाएं सूक्ष्म उद्यम लगाकर कार्य शुरू कर दी हैं। इसमें सिर्फ फूड प्रोडक्ट का ही कार्य करना है। वह भी पैकिग होनी चाहिए। शहर के मौना हुस्से छपरा निवासी किरण कुमारी मिक्चर बना रही हैं। वहीं दौलतगंज की ममता कुमारी आचार व जाता से पीसा हुआ सत्तू बेचने का कार्य शुरू की हैं। इनकी जैसी कई महिलाएं खाद्य सामग्री बेच रही हैं। वे फिलवक्त स्थानीय बाजार में ही अपने उत्पाद को बेच रही हैं। महिलाओं के उत्पाद को बेचा जाएगा फ्लिपकार्ट पर

नगर निगम एनयूएलएम के तहत महिलाओं द्वारा निर्माण कराए गए उत्पाद को फ्लिपकार्ट एवं सोन चिड़ईया पर भी बेचा जाएगा। इसके लिए उत्पाद की पैकिग पर भी जोर दिया जा रहा है। महिलाओं व समूह के सामान की ब्रांडिग भी की जाएगी। इसके लिए निगम हथुआ मार्केट में स्टाल भी लगाएगा। स्थानीय स्तर पर लगने वाले मेले में भी स्टाल लगाया जाएगा। इसके लिए फ्लिपकार्ट से एनयूएलएम का करार हुआ है। इतना ही नहीं उद्यमियों को तकनीकी ज्ञान, कौशल प्रशिक्षण और हैंड होल्डिग सहायता सेवाओं के माध्यम से क्षमताओं का निर्माण किया जाएगा। इनसेट :

पीएमएफएमआइ योजना के लिए जरूरी कागजात :

-आवेदक के पैनकार्ड की कापी

-जिस भूमि पर अपना उद्योग लगाना चाहते हैं उस भूमि के दस्तावेजों की कापी

- अगर जमीन आपकी नहीं है या लीज अथवा किराए पर ली गयी है तो लीज या किराए की भूमि के पेपर्स की फोटो कापी

- छह महीने का बैंक स्टेटमेंट

-बैंक पासबुक की कापी

-आवेदनकर्ता 18 वर्ष से अधिक का होना चाहिए

-आवेदक कम से कम 8 वीं कक्षा की शैक्षणिक योग्यता रखता हो।

-एक परिवार से केवल एक व्यक्ति ही आर्थिक सहायता प्राप्त करने का पात्र होगा।


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