बेला रेल पहिया कारखाना में दो दिनों में शुरू हो जाएगा काम
विस्फोट के बाद गुरुवार को अधिकारियों ने दरियापुर रेल चक्का कारखाने का निरीक्षण किया। बताया कि दो दिनो में कामकाज शुरू हो जाएगा।
संसू, दरियापुर : दरियापुर प्रखंड के बेला गांव स्थित रेल पहिया कारखाना में मेटल धमाके के बाद कारखाना परिसर में गुरुवार को सन्नाटा पसरा रहा। कर्मचारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इधर रेलवे एवं फैक्ट्री के वरीय अधिकारियों ने फैक्ट्री का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने बताया कि दो दिनों में सबकुछ सामान्य हो जाएगा और पूर्व की तरह उत्पादन कार्य शुरू हो जाएगा। कारखाने में काम कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि अंदर जाने में डर लगता है। खासकर मोल्ट रूम की ओर जाने मे भय लग रहा है ।
मालूम हो कि कारखाना परिसर में बुधवार की शाम जोरदार विस्फोट हो गया था। इसमें चार लोग जख्मी हो गए थे। गुरुवार सुबह दस बजे सुबह मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सह महाप्रबंधक सुभ्रांशु के नेतृत्व में सीएमई हामीद अख्तर व एसीएमई डा. संजय कुमार कारखाने पहुंचे। घटनास्थल मोल्ट रूम के फर्नीशिग 02 का मुआयना करने के दौरान एक-एक बिंदु की बारीकी से जांच की। घटना की विस्तृत जानकारी ली। अधिकारी से घटना के एक एक पहलू पर जानकारी लेने के बाद घटना में हुई बर्बादी की जानकारी लेने के बाद घटना की पुनरावृति न हो इसके लिए करीब दो घंटे तक अधिकारियों के साथ बैठक की गई।
बताया जाता है कि मेटल विस्फोट की घटना में चार लोग जख्मी हो गए थे। हालांकि वे मामूली रूप से जख्मी हुए थे। उसमें फोर्ड अस्पताल पटना से तीन को डिस्चार्ज करा लिया गया है। एक क्रेन ऑपरेटर अमित कुमार का इलाज अभी जारी है। सेक्रटरी सह मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी उत्तम कुमार ने बताया कि विस्फोट में क्षतिग्रस्त तकनीकी त्रुटियों तथा शेड व टूटे शीशे की मरम्मत का कार्य दो दिनो के अंदर मे पूरा करने के बाद कारखाने के अंदर उत्पादन का कार्य शुरू हो जाएगा। कर्मचारियों की देखभाल व उनके इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी । उन्होंने कहा कि धमाके में कोई खास नुकसान नही हुआ है । हल्की मरम्मत के बाद कार्य शुरू होने के साथ साथ चक्के का उत्पादन सरपट गति से होने लगेगा।
बताते चलें कि जिले के दरियापुर स्थित बेला रेल पहिया कारखाने के बेसमेंट में बुधवार को हुए भीषण विस्फोट में चार रेल कर्मी जख्मी हो गए थे। विस्फोट के बाद फैक्ट्री के कुछ हिस्से में आग लग गई थी और फर्नीशिग सेक्शन की छत उड़ गई। उसके बाद दमकल बुलाया गया। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि फैक्टरी के तमाम शीशे टूट गए थे। विस्फोट का कारण था कि फैक्ट्री के बेसमेंट में हल्का जलजमाव रहता है। व्हील बनाने के लिए लोहा पिघलाने के दौरान ओवर फ्लो होता है जो इस बेसमेंट में आता है। इसलिए इस एरिया में किसी का प्रवेश वर्जित रहता है। बुधवार को जलजमाव कुछ अधिक हो गया था, इसी बीच ओवर फ्लो का पिघला लोहा (15 सौ डिग्री सें) वहां पहुंचा जिससे बेसमेंट में अचानक विस्फोट हो गया था।