मॉडल बनाए जाएंगे ग्रामीण अंचलों के कॉलेज
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के ग्रामीण अंचलों के कॉलेजों को मॉडल बनाया जाएगा। वहां कौशल विकास की पढ़ाई की शुरू की जाएगी ताकि वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा मिल सके।
जागरण संवाददाता, छपरा :
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के ग्रामीण अंचलों के कॉलेजों को मॉडल बनाया जाएगा। वहां कौशल विकास की पढ़ाई की शुरू की जाएगी ताकि वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को रोजगारपरक शिक्षा मिल सके।
इसके लिए मानव संसाधान विकास विकास विभाग एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोगने जेपी विश्वविद्यालय समेत सूबे के अन्य विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र भेजा है। कहा गया है कि वे अपने विश्वविद्यालय के ग्रामीण अंचलों के कॉलेजों को चिह्नित कर प्रस्ताव बनाकर भेजें। ताकि कौशल विकास की पढ़ाई शुरू करके वहां पढ़ने वाले छात्र -छात्राओं को रोजगार से जोड़ा जा सके।
क्योंकि ग्रामीण अंचलों के विद्यार्थी आर्थिक तंगी के कारण रोजगार परक शिक्षा के लिए तकनीकी कॉलेजों में नामांकन नहीं ले पाते हैं। जेपी विश्वविद्यालय के अंतर्गत छपरा, सिवान एवं गोपालगंज में करीब एक दर्जन कॉलेज ग्रामीण अंचलों में है। एचआरडी ने प्रत्येक जिले के एक-दो कॉलेजों को चिह्नित कर मॉडल बनाने की योजना तैयार करने को कहा है। इन कॉलेजों में आधारभूत संरचना विकसित की जाएगी। कॉलेज में क्लास रूम, प्रशासनिक भवन, महिला- पुरुष छात्रावास बनाया जाएगा। वाईफाई की सुविधा से इसे लैस किया जाएगा। वहां शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी। प्रयोगशाला एवं पुस्तकालय को आधुनिक सुविधा से लैस किया जाएगा। मॉडल कॉलेजों में छात्र एवं छात्राओं को लिए अलग-अलग कोर्स शुरू किया जाएगा।
इस संबंध में नंदलाल सिंह कॉलेज जैतपुर दाउदपुर के प्राचार्य डा. केपी श्रीवास्तव ने कहा कि एचआरडी एंव यूजीसी की यह अच्छी पहल है। उससे ग्रामीण अंचलों के कॉलेजों का कायाकल्प हो जाएगा। ग्रामीण अंचलों के कॉलेजों में रोजगारपरक शिक्षा शुरू होगी तो छात्र-छात्राओं को बेहतर विकल्प मिल सकेगा। उसके तहत कॉलेजों में बीएड, बीसीए, बिजनेस मैनेजमेंट, एमबीए के अलावा एक-दो वर्ष का डिप्लोमा कोर्स शुरू होना चाहिए। ताकि यहां ग्रामीण अंचलों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन करा सके।
एचएआडी एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मिले दिशानिर्देश का पालन किया जाएगा।
लक्ष्मण सिंह,
छात्रसंकाय अध्यक्ष
जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा