सारण के श्रीपाल बसंत-संझा-डेरनी ग्रामीण सड़क निर्माण के लिए आंदोलन की राह पर ग्रामीण
श्रीपाल बसंत-संझा-डेरनी ग्रामीण सड़क गड़खा एवं दरियापुर के साथ ही परसा प्रखंड के दर्जनों को जोड़ती है। इस रास्ते से हजारों लोगों का रोजाना आना जाना होता है। प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा व उदासीनता के कारण इस सड़क की दशा नहीं सुधर सकी।
सारण। श्रीपाल बसंत-संझा-डेरनी ग्रामीण सड़क गड़खा एवं दरियापुर के साथ ही परसा प्रखंड के दर्जनों को जोड़ती है। इस रास्ते से हजारों लोगों का रोजाना आना जाना होता है। प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा व उदासीनता के कारण इस सड़क की दशा नहीं सुधर सकी। सरकार की विभिन्न योजनाओं से अधिकांश सड़कों का पक्कीकरण किया जा चुका है। वहीं श्रीपालबसंत-संझा-डेरनी पथ आज भी कच्ची व ब्रिक सोलिग वाली सड़क है। ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क के पक्कीकरण के लिए जनप्रतिनिधियों को कई बार ज्ञापन देने के साथ ही मौखिक रुप से आग्रह किया गया, लेकिन इसकी दशा सुधारने की पहल किसी ने नहीं की। बरसात के दिनों में इस सड़क से लोगों का आना-जाना दूभर हो जाता है। करीब दो किमी इस कच्ची सड़क पर बरसात के दिनों में पानी भर जाता है। सड़क निर्माण के प्रति उदासीनता व उपेक्षा से ग्रामीणों का बढ़ रहा आक्रोश
श्रीपाल बसंत-संझा-डेरनी ग्रामीण की दयनीय हालत एवं बरसात में सड़क पर जलजामव के कारण आने जाने में होने वाली परेशानी के साथ इस सड़क के पक्कीकरण की मांग को अनसुना किए जाने से स्थानीय लोगों का आक्रोश बढता जा रहा है। श्रीपालबसंत पंचायत के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर कई बार आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया है। लोग अब आंदोलन तेज करने की बात कह गोलबंद होने लगे हैं। प्रदर्शन करने वालों में दशरथ पण्डित, सुरेश कुमार सिंह, जमादार सिंह, बिजेश्वर सिंह, जटलेश्वर सिंह, राजेश सिंह, दरोगा सिंह, गुड्ड साह, बिट्टू साह, दिलीप ठाकुर, बली मांझी, गजेन्द्र पटेल, दिनेश्वर, मिथिलेश सिंह, शैलेन्द्र पटेल, रामायण महतो, सुदामा साह एवं निखील राय आदि शामिल हैं।