छपरा की वारिशा एथेलेटिक्स में दिखा रही है प्रतिभा
छपरा की बेटी वारिशा एथेलेटिक्स के क्षितिज पर सितारा बनकर चमक रही है। वह 63 वीं नेशनल स्कूल गेम में ग
जागरण संवाददाता, छपरा :
छपरा की बेटी वारिशा एथेलेटिक्स के क्षितिज पर सितारा बनकर चमक रही है। वह 63 वीं नेशनल स्कूल गेम में गर्ल्स अंडर 15 की दौड़ प्रतियोगिता में पदक जीत चुकी हैं। महाराष्ट्र के रत्नागिरी में हुई प्रतियोगिता में वह स्वर्ण पदक पाने से चूक गई थी। दौड़ के साथ ही ऊंची कूद, लंबी कूद, भाला प्रक्षेपण की प्रति प्रतिर्स्पद्धा में भी भाग लेती है। स्टेट लेबल में ऊंची कूद व लंबी कूद में कांस्य पदक जीत चुकी है। जिला स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता में भी विजेता रहती है। शहर के महम्मूद चौक मुबारक लेन दहियांवा निवासी मोहम्मद शाहिद व नजयत खातून की पुत्री वारिशा छपरा सेंट्रल पब्लिक स्कूल में दसवीं की छात्रा है। वारिशा अपने स्कूल के बेस्ट एथेलेटिक्स है। स्कूल के प्राचार्य संतोष कुमार कहते है वारिशा खेल-कूद के साथ ही पढ़ने में होशियार है । पिछले दिनों श्रीचित्रगुप्त पूजा समिति के तत्वाधान में हुए दौड़ प्रतियोगता में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। वारिशा की मां नजयत खातुन कहती है उसे खेलकूद में भाग लेना अच्छा लगता है। छपरा में कोई खेल का कोचिग क्लास भी चलता है, जिसमें उसे अभ्यास के लिए भेजा जाए। अभी यह मेरे साथ अभ्यास करने स्टेडियम में आती है। प्लस टू के बाद ही उसे छपरा के बाहर खेल के कोचिग क्लास के लिए भेजा जा सकता है। फिलवक्त वह बिना कोच के ही पदक के लिए पसीना बहा रही है। वह राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर के एथेलेटिक्स पदक लाने के लिए अभ्यास में जुटी है। वारिशा के साथ अभ्यास करने वाली अन्य महिला एथेलेटिक्स खिलाड़ियों का कहना है कि वह एक बेहतर खिलाड़ी है। वह पूरी इमानदारी एवं मनोयोग से अभ्यास करती है। वारिशा कहती है कि उसका आदर्श उड़नपरी पीटी उषा है। वह एथेलेटिक्स में देश के लिए पदक लाना चाहती है।