स्वतंत्रता संघर्ष व अदब की भाषा है उर्दू : कुलपति
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर उर्दू विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार मंगलवार को शुरू हुआ। कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी -फारसी विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. एसआर आजम ने इसका उद्घाटन किया।
जागरण संवाददाता, छपरा :
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर उर्दू विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार मंगलवार को शुरू हुआ। कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी -फारसी विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. एसआर आजम ने इसका उद्घाटन किया।
सारण प्रमंडल में उर्दू भाषा एवं साहित्य विषय पर आयोजित सेमिनार के उद्घाटन सत्र में कुलपति ने कहा कि उर्दू अदब व प्रेम की भाषा है। यह स्वतंत्रता आंदोलन के संघर्ष की भाषा है। सारण प्रमंडल में उर्दू साहित्य व भाषा का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि इसके संवर्द्धन की जरूरत है। वहीं डॉ. आजम ने भी विषय की महत्ता एवं इसकी स्थिति पर विचार रखे।
सेमिनार के दूसरे सत्र में शोधार्थी अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। अतिथियों का स्वागत पीजी उर्दू के विभागाध्यक्ष अरशद महमूद हाशमी ने किया जबकि विषय प्रवेश आयोजन सचिव डा. अब्दुल मालिक ने। मंच संचालन डा. मजहर क्रिबरिया एवं धन्यावद ज्ञापन उर्दू पीजी के प्रो. नवी अहमद ने किया। इस मौके पर पीजी शिक्षक संघ के सचिव रणजीत कुमार, डा. संजय कुमार पाठक, वाणिज्य संकाय के प्राध्यापक डा. एसआर शफी समेत अन्य शिक्षक एवं शोधार्थी मौजूद थे।
ये विद्वान कर रहे शिरकत
सेमिनार में कोलकाता विश्वविद्यालय के प्रो. शाहनाज नबी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रो. मौला बख्श, बीएचयू वाराणसी के डा. मुशर्रफ अली, विनोवा भावे विश्वविद्यालय हाजरीबाग, झारखंड, डा. हुंमायू अशरफ, चौधरी चरण ¨सह विश्वविद्यालय मेरठा के प्रो.रियाज अहमद, डीडीयू गोरखपुर के प्रो.रजीउर रहमान, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय गया के डा. अहमद कफील शिरकत कर रहे रहे हैं।