स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय टीम ने की कालाजार उन्मूलन अभियान की जांच
छपरा/ गड़खा। स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय टीम ने कालाजार उन्मूलन अभियान की बुधवार को जांच किया। दो दिवसीय दौरा पर आयी टीम ने पहले दिन गड़खा व सदर अस्पताल में जांच की । इस दौरान अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं तथा संसाधनों की समीक्षा की । चिकित्सकों तथा कर्मचारियों के कार्यों की भी जांच की। टीम में नेशनल वेक्टर बॉन डिजीज प्रोग्राम अधिकारी तथा डब्ल्यूएचओ के डा जार्ज अलवर डा सी आर रेवांकर डा राजीव चौधरी डा प्रदीप खासनोवीस डा बी नाजीर डा नुपुर राय विकास सिन्हा शामिल थे। केंद्रीय टीम दो दिवसीय दौरे पर आयी है।
छपरा/ गड़खा। स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय टीम ने कालाजार उन्मूलन अभियान की बुधवार को जांच किया। दो दिवसीय दौरा पर आयी टीम ने पहले दिन गड़खा व सदर अस्पताल में जांच की । इस दौरान अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं तथा संसाधनों की समीक्षा की । चिकित्सकों तथा कर्मचारियों के कार्यों की भी जांच की। टीम में नेशनल वेक्टर बॉन डिजीज प्रोग्राम अधिकारी तथा डब्ल्यूएचओ के डा जार्ज अलवर, डा सी आर रेवांकर, डा राजीव चौधरी, डा प्रदीप खासनोवीस, डा बी नाजीर, डा नुपुर राय, विकास सिन्हा शामिल थे। केंद्रीय टीम दो दिवसीय दौरे पर आयी है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय व डब्लयूएचओ की ज्वाइंट टीम ने पहले दिन गड़खा प्रखंड व सदर अस्पताल में उपलब्ध संसधानों व सुविधाओं के बारे में जानकारी लिया। अभियान के जांच करने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, जिसमें मुख्य रूप से छपरा सदर अस्पताल, अमनौर, पानापुर, तरैया गरखा प्रखंडों का भी टीम के द्वारा जायजा लिया जायेगा। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि कालाजार उन्मूलन अभियान को विशेष रुप से सारण जिले में चलाया जा रहा है। यह जिला कालाजार से अत्यधिक प्रभावित रहा है, जिसके कारण राज्य सरकार तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की विशेष नजर है। इस जिले में कालाजार पर काबू पाने में काफी सफलता मिली है, जिसे समझने के लिए केंद्रीय टीम ने सर्वेक्षण किया है। टीम के अधिकारियों ने गड़खा प्रखंड के गांवों व अस्पतालों में मरीजों से फिडबैक लिया, जिसमें अधिकारियो के द्वारा अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों तथा सुविधाओ के बारे में फिडबैक लिया गया। सरकार की ओर से मरीजों को दी जाने वाली राशि के बारे में भी जानकारी ली गयी। टीम ने पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान टीम ने पदाधिकारियों को कई आवश्यक-दिशा निर्देश भी दिए। मरीजों द्वारा मिले फिडबैक के आधार पर सुविधाओं में सुधार लाने का निर्देश दिया गया।