ट्यूबवेल की व्यवस्था सु²ढ़ हो तो किसानों को होगा आर्थिक लाभ
रसूलपुर पंचायत अब भी कई मूलभूत समस्याओं से ग्रसित है। शौचालय, नल का जल, गली-नाली, बिजली सहित अन्य व्यवस्था की हालत बदतर है। पंचायत के कुल तेरह में से तीन वार्ड को ही ओडीएफ घोषित किया गया है।
संसू, मढौरा : रसूलपुर पंचायत अब भी कई मूलभूत समस्याओं से ग्रसित है। शौचालय, नल का जल, गली-नाली, बिजली सहित अन्य व्यवस्था की हालत बदतर है। पंचायत के कुल तेरह में से तीन वार्ड को ही ओडीएफ घोषित किया गया है।
पंचायत के सिसवां, नोनिया टोली एवं औदालपट्टी के नाई टोले के लगभग 50 घरों में आज भी बिजली नही है। यहां के लोगों की माने तो हर बार विभाग से आश्वासन मिलता है परन्तु मेन लाइन से टोले तक बिजली का खंभा नहीं लगा। वही भेडि़यर टोले में जर्जर पोल-तार के सहारे बिजली की सप्लाई होती है। गौरा- छपरा मार्ग पर तुलसी मोड़ से लकड़ी मंडी होते हुए रामपुर जाने वाली सड़क बदहाल है। बरसात होते ही मंडी वाली सड़क नारकीय हो जाती है। पानी के लिए विश्व बैेंक ने लिया है गोद
इस पंचायत को पानी देने के लिये विश्व बैंक ने गोद लिया है। इसके तहत पिछले वर्ष पानी टंकी बना। लेकिन उससे सिसवां , मंझवलिया औदालपट्टी, गांवों की आधी आबादी को ही इसका लाभ मिलता है। विश्व बैंक द्वारा दो और टंकी के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। सात निश्चय योजना से गली-नाली का निर्माण तो हो रहा है लेकिन जलनिकासी की समस्या बनी हुई है। पुराना नाला खुला रहने की वजह से कूड़ा कचरा से भर गया है। दोनो ट्यूबवेल बेकार
आलू, गोभी, गेंहू-धान सहित मशरूम उगाने वाले किसान भी इस पंचायत में हैं। परंतु किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलता। कहने को तो पंचायत में दो ट्यूबबेल हैं, परन्तु दोनों बेकार पड़ा है। करीब 35 वर्ष पहले बने ट्यूबेल के साथ नाले अब लगभग ध्वस्त हो चुके हैं। ट्यूबेल समस्या इस पंचायत के लिए सबसे बड़ी समस्या है। यह अगर ठीक हो जाता तो यहां के सभी किसानों को खेती में आर्थिक मदद मिल जाती।
एक को छोड़ किसी पोखर में नही है जल
इस पंचायत में 6 सरकारी पोखर हैं लेकिन एक को छोड़कर अन्य कोई भी पोखर जल संरक्षण प्रयोग लायक नही है। हर वर्ष छठ पूजा में इसकी सूरत बदलती है लेकिन बाद में हालत जस के तस।
पंचायत एक नजर
जनसंख्या - 10,500 महिला /पुरुष
माध्यमिक स्कूल 4
अनुसूचित प्राथमिक विद्यालय -2
आंगनबाड़ी - 9
पोखर- 6
पानी टंकी - 1
बैंक - 1 आईडीबीआई
पंचायत भवन - बन रहा है,
आंगनबाड़ी भवन - 1
स्थानीय लोगों की सुनें
फोटो 10 सीपीआर 12
पंचायत में सबसे बड़ी समस्या किसानों की है, यहां दो- दो ट्यूबबेल हैं लेकिन एक ट्यूबेल ही में प्रयोग है, जबकि दूसरा वर्षो से खराब है। यदि दोनों ट्यूबबेल पूर्ण रूप से चालू हो जाए तो किसानों को लाभ होगा।
संजय कुमार ¨सह
फोटो 10 सीपीआर 13
सिसवां के नोनिया टोली में बिजली की मेंन लाइन है परन्तु नोनिया टोले के 30 घरों के लिए बिजली का खंभा अभी तक नहीं लगा, इससे बिजली बिना परेशानी होती है।
रामनारायण महतो फोटो 10 सीपीआर 14
बिजली और पानी दोनों बुनियादी जरूरत हैं। पंचायत में दोनों की स्थिति ठीक नहीं है। इस दिशा में जल्द सोचा जाना चाहिए।
मिथलेश प्रसाद ¨सह फोटो 10 सीपीआर 15
सर्वप्रथम ट्यूबबेल से लेकर खेतो ंतक जिस प्रकार से पहले पानी के लिये नाले लगे थे, उसी प्रकार बनना चाहिये, ताकि किसान खुशहाल हों।
सुरेन्द्र पांडेय फोटो 10 सीपीआर 16
पूर्व में बने नाले की सफाई अति जरूरी है, ताकि नाले में फंसे कचड़े से जाम हुए जलनिकासी हो।
शिवशंकर शर्मा
फोटो 10 सीपीआर 17
लकड़ी मंडी से लेकर भेडि़यर टोला जाने वाली सड़क एवं शिवपूजन राय के घर तक पुरानी सड़क पर पीसीसी का निर्माण होना चाहिए।
शशिरंजन ¨सह वर्जन
पंचायत में कुल तेरह वार्ड हैं। नली गली योजना के तहत 6 वार्ड पूर्ण तरीके से तैयार हैं। जबकि अन्य में कार्य चल रहा है। तीन वार्ड ओडीएफ घोषित भी हो गए हैं। पंचायत के लगभग सभी मुख्य सड़कों को पीसीसी किया गया है। कुछ जगह बाकी हैं जिसे पूरा कर लिया जाएगा। पंचायत में बिजली की समस्या दूर की गई है, अभी भी कुछ घरों तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। वहीं जर्जर तार व कुछ पोल हैं जिन्हें विभाग से बात करके ठीक कर लिया जाएगा।
अर¨वद कुमार ¨सह, मुखिया