Saran News: छपरा के तरैया में जर्जर पुल-पुलिया दे रहे दुर्घटना को आमंत्रण, पार करने में लोगों की अटक जाती है सांसे
Saran News छपरा के तरैया प्रखंड में ऐसे कई पुल पुलिया हैं जो हादसों का इंतजार कर रहे हैं। इसके बावजूद विभाग इन पर ध्यान नहीं दे रहा है। खास बात यह है कि जिम्मेदार इससे अनजान हैं। जर्जर पुल - पुलिया से आवागमन करने के समय लोगों की सांसे अटक जाती है। खदरा नदी पर बने पुल को यह देख कर समझ ही नहीं पाएंगे कि आगे पुल है।
राणा प्रताप सिंह, तरैया(सारण)। Saran News: प्रखंड में ऐसे कई पुल पुलिया हैं, जो हादसों का इंतजार कर रहे हैं। इसके बावजूद विभाग इन पर ध्यान नहीं दे रहा है। खास बात यह है कि जिम्मेदार इससे अनजान हैं। जर्जर पुल - पुलिया से आवागमन करने के समय लोगों की सांसे अटक जाती है।
आप तरैया के सानी खराटी स्थित खदरा नदी पर बने पुल को यह देख कर समझ ही नहीं पाएंगे कि आगे पुल है। वो भी ऐसा पुल जो बिना रेलिंग के आवागमन के समय हिल - डुल के लोगों को डराता हो। इसके बावजूद भारी वाहनों का आवागमन जारी है। यह पुल लगभग 40 वर्ष पहले बना था। अब तो उसमें रेलिंग भी नहीं है।
जो अपनी जर्जरता पर आंसू बहा रहा है। वहां के लोगों का कहना है कि कई बार बाढ़ को झेलने से कमजोर हो गया है। वह धराशाई के कगार पर पहुंच गया है। बस इसके ढहने का इंतजार है। तरैया बाजार से गंडक नदी के तटीय इलाकों में जाने का यह मुख्य रास्ता है जो शीतलपट्टी, सिरमी, उसरी, डुमरी, अरदेवा, माधोपुर, भगवानपुर समेत कई गावों को जोड़ता है।
वहीं, तरैया रामबाग स्थित गंडक नहर पर बने पुल का रेलिंग ट्रक के धक्के से ध्वस्त हो गया है। इस पुल से सैकड़ों भारी वाहन के साथ अन्य वाहन का लगातार आवागमन जारी है। इसके बावजूद घटना के बाद इसकी मरम्मत नहीं करायी गयी है। इसके कारण वह किसी बड़ी घटना को आमंत्रण दे रहा है।
वहीं शाहनेवाजपुर में गंडक नहर पर बना पुलिया अचानक धराशाई हो गया था। उससे लोगों का आगमन ठप हो गया था। फिर ग्रामीणों ने अपने सहयोग से आने - जाने के लिए बांस की चचरी से पुल बना दिया। सरेया बसंत गांव स्थित गंडक नहर पर बना पुल धराशाई के कगार पर पहुंच गया है। ग्रामीण अजय सिंह, मुकुल सिंह, नागेंद्र सिंह समेत अन्य ने बताया कि लगभग 30 वर्ष पहले यह पुल बना था।
अब बिलकुल जर्जर हो गया है। भारी वाहन के गुजरते ही पुल हिलने लगता है। ग्रामीणों ने भारी वाहनों के आने जाने पर रोक लगाने की मांग करते हुए पुल के नवनिर्माण की मांग की है। यह पुल सड़क के कई गांवों को जोड़ता है। इसके धराशाई होते ही लोगों का आवागम ठप हो जाएगा।
पोखड़ेरा गंडक नहर पर बना पुल भी जर्जर हो चुका है। उसका रेलिंग बहुत दिन पहले ही टूट कर बिखर गया था। यह सड़क पुल तरैया प्रखंड के कई गांवों के साथ पानापुर प्रखंड को जोड़ता है। इस संबंध कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नहर पुनर्स्थापन कार्य के अंतर्गत पुल की स्वीकृति मिल चुकी है। वैभव कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य कराया जाएगा।
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