कलियुग में भगवान के संकीर्तन से प्राप्त होगा फल: श्रीहरेन्द्राचार्यजी
सारण। मशरक के मां सिद्धि दात्री मंदिर के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महायज्ञ क
सारण। मशरक के मां सिद्धि दात्री मंदिर के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महायज्ञ के तीसरे दिन भी कथा सुनने के लिए भक्त श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र ¨सह की देखरेख में आदर्श मध्य विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में अयोध्याधाम श्री रामवल्या कुंज से पधारे संत श्रीहरेन्द्राचार्यजी महाराज ने कथा सुनने के लिए पहुंचे भक्त श्रद्धालुओं के बीच कहा कि महाराज परीक्षितजी ने कलियुग को रहने के लिए तीन स्थान दिए। धुतं पानं रित्रयं सुना यंत्र धर्मास्चतुर्विध : पहला स्थान जहां जुआ खेला जाता है। दुबारा स्थान जहां मद्यपान किया जाता है तथा तीसरा स्थान जहां अगम्यागमन किया जाता है। इसलिए सभ्य समाज को चाहिए की इन तीन कार्यों से दूर रहे। क्योंकि इन जगहों पर जाने से कलियुग सवार हो जाता है। संत हरेन्द्राचार्य जी महाराज ने कहा कि बाद में कलियुग बोला महाराज हमारे अन्दर एक बड़ा गुण भी विद्यमान है। अन्य युगों में जो फल तपस्या, जप एवं यज्ञ करने से प्राप्त होता है। वह फल कलियुग में केवल भगवान के संकीर्तन से प्राप्त हो जाएगा। परीक्षित जी महाराज इस गुण को सुन कर प्रसन्न हो गए और कलियुग को स्वर्ग में भी वास दे दिया।