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लॉकडाउन में 140 लोगों पर की गई कानूनी कार्रवाई

लॉकडाउन के अनुपालन में सारण जिला प्रशासन काफी सक्रिय रहा। इस दौरान 55 सौ लोगों से जुर्माना वसूला गया। बड़ी संख्या में लोगों पर कानूनी कार्रवाई की गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 05:34 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jun 2020 06:20 AM (IST)
लॉकडाउन में 140 लोगों पर की गई कानूनी कार्रवाई
लॉकडाउन में 140 लोगों पर की गई कानूनी कार्रवाई

जासं, छपरा : जिले में 68 दिनों के लॉकडाउन के दौरान प्रशासन काफी सक्रिय रहा। इस दौरान लॉकडाउन के उल्लंघन मामले में जिला प्रशासन ने 140 लोगों पर कानूनी कार्रवाई की। इसके साथ ही 55 सौ लोगों से जुर्माना वसूला। हालांकि इस दौरान संगीन अपराध के मामले कम रहे। लेकिन सामान्य प्रकृति के अपराधों की संख्या में कोई खास कमी नहीं आई है। इस दौरान लॉकडाउन के उल्लंघन, पुलिस एक्ट एवं महामारी एक्ट का मामला सर्वाधिक दर्ज किया गया है। पुलिस एक्ट, आपदा एक्ट एवं महामारी एक्ट में दर्ज किए गए 152 मामले

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लॉकडाउन के दौरान 188 पुलिस एक्ट में कुल 140 केस दर्ज किए गए। आपदा कानून के तहत 40 केस दर्ज किए गए वहीं महामारी एक्ट में कुल 12 मामले दर्ज किए गए। कुछ ऐसे मामले भी हैं जिनमें पुलिस एक्ट, आपदा और महामारी एक्ट सभी एक साथ लगाए गए। सीआरपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई पुलिस को विशेष परिस्थितियों में ही करनी पड़ी। यह आंकड़ा सामान्य दिनों की अपेक्षा कम रहा। 5500 लोगों से वसूले गए 90 लाख रुपये

लॉकडाउन उल्लंघन में 5500 दोपहिया-चारपहिया वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया गया। इनसे करीब 90 लाख रुपये की वसूली लॉकडाउन के 68 दिनों में की गई।

सामान्य अपराध की घटनाओं के 21 सौ मामले

सामान्य अपराध की घटनाओं में कोई खास अंतर नही आया है। लॉकडाउन अवधि में करीब 21 सौ मामले दर्ज किए गए। अप्रैल महीने में ऐसे मामले करीब नौ सौ और मई में एक हजार के आसपास रहे । मद्य निषेद्य में भी दर्ज किए गये 250 मामले

लॉकडाउन के दौरान शराब धंधेबाजों पर 250 केस मद्य निषेद्य अधिनियम के तहत दर्ज किए गए। एक दर्जन से अधिक धंधेबाजों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। शराब की भट्ठियों को भी पुलिस ने ध्वस्त किया। यह आंकड़ा सामान्य दिनों की अपेक्षाकृत कम था।

हत्या और लूट के मामले में आई कमी

लॉकडाउन के दौरान हत्या और लूट के मामले में काफी कमी आई है। सामान्य दिनों में अमूमन आठ से नौ मामले हत्या और सात से आठ मामले लूट की दर्ज होती थीं। लेकिन अप्रैल में लूट की तीन तथा हत्या के चार मामले सामने आए। वहीं मई महीने में यह संख्या क्रमश: 5-5 रही।

कहते हैं पुलिस अधीक्षक

लॉकडाउन के दौरान हत्या और लूट जैसे संगीन अपराधों में कमी आई। पुलिस ने लॉकडाउन उल्लंघन में करीब डेढ सौ लोगों पर कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी भी दर्ज कराई। इस दौरान 90 लाख रुपये जुर्माना भी वसूला गया है। सामान्य अपराध की घटनाओं में भी पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई।

हरकिशोर राय, एसपी, सारण


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