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स्कूलों में बने आइसोलेशन सेंटर में रहना ही नहीं चाहते घर आए परदेसी बाबू

पंचायतों में बने आइसोलेशन सेंटर की जगह लोग घरों में ही रहना चाहते हैं। इस कारण कई जगहों पर बने आइसोलेशन सेंटर में ताला लटका है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 09:39 PM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 06:12 AM (IST)
स्कूलों में बने आइसोलेशन सेंटर में रहना ही नहीं चाहते घर आए परदेसी बाबू
स्कूलों में बने आइसोलेशन सेंटर में रहना ही नहीं चाहते घर आए परदेसी बाबू

पवन सिंह, गड़खा : सरकारी स्कूलों के भवन को चिह्नित कर दूसरे राज्यों से घर लौटे लोगों को 14 दिनों तक चिकित्सकीय निगरानी में रखा जाना है। परंतु बाहर से आने वाले लोग आइसोलेशन सेंटर में रहने को तैयार नहीं । प्रखंड की 23 पंचायतों में से केवल महम्मदा, पिरौना, जलालबसंत एवं पंचपटिया पंचायत में बने आइसोलेशन सेंटर में लोग रह रहे हैं। कई आइसोलेशन सेंटर का ताला भी नहीं खुला।

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मीठेपुर पंचायत के आदर्श मध्य विद्यालय कदना में सुसज्जित बेड सहित अन्य जरूरी सुविधा के साथ केंद्र परदेसी बाबू के पहुंचने का इंतजार कर रहा है। यहां प्रधानाध्यापक ने बड़े हॉल में 40 बेड लगाया है। महम्मदपुर गांव में हाईस्कूल को केंद्र बनाया गया है। लेकिन वहां मुख्य द्वार का ताला भी नहीं खुला है। यहीं हाल रामपुर में जनता उच्च विद्यालय रामपुर वीरभान एवं श्रीपालबसंत में ईश्वरी उवि बसंत सहित अन्य केंद्रों का है। प्रखंड की 23 पंचायतों में 800 से भी अधिक लोग होम क्वारंटाइन में हैं। रामपुर पंचायत की मुखिया निर्मला देवी व प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार राय ने बताया कि रामपुर पंचायत के 15 वार्ड के 112 लोग होम क्वारंटाइन में हैं। भैंसवारा आइसोलेशन केंद्र पर रह रहे 22 लोग

जागरण की टीम शुक्रवार को दिन के करीब 11 बजे पिरौना पंचायत के भैंसवारा गांव स्थित मध्य विद्यालय चैनपुर पहुंची। इस केंद्र पर 22 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। उस समय भोजन दिया जा रहा था। चावल, दाल व आलू परवल की सब्जी के साथ सलाद भी दिए गए। वहां रहने वाले लोगों ने बताया कि सुबह छह बजे से आधे घंटे तक एचएम अखिलेश्वर पाठक प्रणायाम करवाते हैं। शुक्रवार को सुबह सात बजे सभी को सत्तू दिया गया। भोजन के बाद दोपहर में मेडिकल की टीम भी पहुंची। डा. अजीत कुमार ने सभी की जांच की। पूछने पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि पंचम वित्त की राशि के आलोक में भोजन बनवाया जा रहा है।

बोले बीडीओ : ,

फिजिकल डिस्टेंसिग ही कोरोना से बचाव करने में सक्षम है। इसलिए पंचायतों में आइसोलेशन सेंटर खोला गया है। बाहर से आने वाले लोगों को यहां 14 दिन तक चिकित्सीय निगरानी में रहना चाहिए। बाहर से आने वालों की पहचान करने के लिए ग्राम पंचायत, ग्राम कचहरी के अलावा सेविका व आशा सहित समाज के जिम्मेवार लोगों से मदद ली जा रही है। लोगों से अपील है कि सरकार के निर्णय का अनुपालन कर कोरोना को हराएं।

वैभव श्रीवास्तव , बीडीओ गड़खा


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