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तरैया में बाढ़ की आशंका से डर रहे लोग, किसानों की भी बढ़ी चिंता

बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए तरैया प्रखंड की सभी पंचायतों के लोग डरे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 04:59 PM (IST)
तरैया में बाढ़ की आशंका से डर रहे लोग, किसानों की भी बढ़ी चिंता
तरैया में बाढ़ की आशंका से डर रहे लोग, किसानों की भी बढ़ी चिंता

संसू, तरैया(सारण): बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए तरैया प्रखंड की सभी पंचायतों के लोग सशंकित हैं। गत वर्ष बाढ़ की त्रासदी से लगभग सभी पंचायत के 86 गांव प्रभावित हुए थे। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। इस बार भी हो रही लगातार मूसलाधार बारिश व बराज से बड़ी मात्रा में पानी निस्तारण के कारण गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है।

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गंडक के जल प्रवाह में बहुत तेजी देखी जा रही है। लोग पूर्व से ही बाढ़ को लेकर सशंकित हैं। वही गंडक नदी के तटीय क्षेत्रों में खर काट रहे भगवानपुर गांव के श्रीभगवान सिंह ने मौके पर पहुंचे तरैया जागरण प्रतिनिधि को बताया कि इस बार बाढ़ से लोग ज्यादा भयभीत व डरे हुए है। क्योंकि इसबार पूर्व से भी भारी तबाही का अंदेशा लग रहा है। इधर दो दिनों में लगभग चार फीट गंडक नदी में पानी बढ़ा है। जिससे किसान धान का बिचरा डालने से भी परहेज कर रहे है। गंडक नदी के तटीय क्षेत्रों में स्थित सगुनी,माधोपुर छोटा व बड़ा,शीतलपुर, मुकुंदपुर, फरीदनपुर, अरदेवा, जिमदाहा, भलुआ, चंचलिया, राजधानी, फतेपुर, रसीदपुर, आकुचक समेत अन्य गांव सबसे पहले प्रभावित होंगे। जहां किसानों की इस बार भी दुर्दशा होगी। संशय के बीच यदि कुछ किसान खेतों में धान का बिचड़ा डाल भी रहे तो धान की फसल लगा पाएंगे या नहीं ये कहना मुश्किल है। किसानों का कहना है कि मौसम को देखते हुए खेतों में धान के बिचड़े गिरा दिए गए हैं। हालांकि अब तक खेती का काम जोर नहीं पकड़ सका है। इससे किसानों को आर्थिक क्षति की अशंका हो रही है।


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