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    सारण के लोगों के लिए खुशखबरी! नॉर्दर्न रिंग रोड परियोजना को मिली मंजूरी, पूर्णिया एक्सप्रेस-वे से होगा सीधा जुड़ाव

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 06:20 PM (IST)

    सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी की पहल पर बिहार सरकार ने नॉर्दर्न रिंग रोड परियोजना के सारण वाले हिस्से को मंजूरी दी। दिघवारा से शुरू होकर यह गंडक नदी पर ...और पढ़ें

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, छपरा। उत्तर बिहार की कनेक्टिविटी और विकास को लेकर लंबे समय से प्रतीक्षित नॉर्दर्न रिंग रोड परियोजना अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है।

    सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी की पहल पर बिहार सरकार ने परियोजना के सारण वाले हिस्से के संरेखन पर अंतिम सहमति प्रदान कर दी है।

    मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस प्रस्ताव पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ और अंततः इसे स्वीकृति के लिए आगे बढ़ा दिया गया। इससे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सड़क संपर्क और औद्योगिक विकास की संभावनाएं मजबूत होंगी।

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    नए संरेखन के अनुसार रिंग रोड की शुरुआत दिघवारा से होगी, जहां से यह गंडक नदी पर प्रस्तावित नए पुल को पार करेगा। आगे यह मार्ग मनचितवा तक विस्तारित रहेगा और इसी के साथ जेपी सेतु के समानांतर बन रहे छह लेन नए गंगा पुल तथा शेरपुर–दिघवारा पुल से सीधा सड़क संपर्क स्थापित होगा।

    परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कोन्हुआ के पास गंडक नदी पर एक और नए पुल के निर्माण से जुड़ा होगा, जो आगे चलकर पूर्णिया एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ाव सुनिश्चित करेगा। इससे न केवल सारण बल्कि पूर्ण उत्तर बिहार को तेज, सुरक्षित और आधुनिक सड़क नेटवर्क प्राप्त होगा।

    2 हजार करोड़ से अधिक खर्च का अनुमान

    इस विशाल परियोजना पर दो हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान है। सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि यह रिंग रोड उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन का समय काफी कम करेगा।

    उन्होंने बताया कि सड़क संपर्क बेहतर होने से उद्योग, व्यापार, कृषि और सेवा क्षेत्र को नई ऊर्जा मिलेगी और सारण जिला आर्थिक रूप से सशक्त हब के रूप में उभर सकेगा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से हुई पूर्व सहमति को इस परियोजना की बड़ी उपलब्धि बताया।

    रूडी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल भौगोलिक दूरी कम करेगा बल्कि विकास की नई गति भी देगा। उनके अनुसार यह मार्ग आने वाले वर्षों में उत्तर बिहार की आर्थिक संरचना को पूरी तरह बदलने की क्षमता रखता है।

    विशेषज्ञों का मानना है कि रिंग रोड शुरू होते ही निवेश, रोजगार और परिवहन सुविधाओं में बड़े बदलाव देखे जाएंगे। इस स्वीकृति से क्षेत्र में नई उम्मीद और विकास की संभावनाओं को बल मिला है।