नौ श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से पहुंचे 14 हजार प्रवासी
छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के आने का रफ्तार रविवार को तेज हो गया। सात टर्मिनेशन ट्रेनों के साथ नौ ट्रेनों का आगमन हुआ जिससे लगभग 14 हजार प्रवासी यहां पहुंचे। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक आज सबसे अधिक प्रवासी छपरा पहुंचे। इसके अलावा जलालपुर से कटिहार सुपौल अररिया मधुबनी पूर्णिया जाने वाली पांच ट्रेनों में लगभग 7000 यात्रियों को भेजा गया। इसको लेकर डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसपी हरकिशोर राय सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा सुबह से लगातार स्टेशन पर जमे रहे। स्पेशल ट्रेनों के आने का सिलसिला मध्य रात से ही शुरू हो गया।
छपरा। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के आने का रफ्तार रविवार को तेज हो गया। सात टर्मिनेशन ट्रेनों के साथ नौ ट्रेनों का आगमन हुआ, जिससे लगभग 14 हजार प्रवासी यहां पहुंचे। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक आज सबसे अधिक प्रवासी छपरा पहुंचे। इसके अलावा जलालपुर से कटिहार, सुपौल, अररिया, मधुबनी, पूर्णिया जाने वाली पांच ट्रेनों में लगभग 7000 यात्रियों को भेजा गया। इसको लेकर डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसपी हरकिशोर राय, सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा सुबह से लगातार स्टेशन पर जमे रहे। स्पेशल ट्रेनों के आने का सिलसिला मध्य रात से ही शुरू हो गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इन ट्रेनों के आने के लिए शनिवार को ही समय निर्धारित था, परंतु सभी ट्रेनें काफी विलंब से पहुंची, जिसमें भुज- छपरा दो, सूरत - छपरा तीन ट्रेनें, चंडीगढ़- छपरा, बेंगलुरु- छपरा, दादरी -छपरा अहमदाबाद -छपरा का आगमन हुआ। इसको लेकर रेलवे प्रशासन की ओर से आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिरुद्ध राय, रेल थानाध्यक्ष सुमन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। सभी ट्रेनों से आए प्रवासियों की जांच के लिए मेडिकल टीम को तैनात किया गया था। इसके लिए 14 काउंटर बनाए गए थे । इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से प्रवासियों को स्क्रीनिग के बाद भोजन और पीने की पानी उपलब्ध कराया गया और बस से संबंधित प्रखंडों के को रनटाइम सेंटर पर भेजा गया। गत 7 मई से शुरू इस सिलसिले में अभी तक 42 स्पेशल ट्रेनें यहां पहुंची है। इनमें सबसे ज्यादा 18 ट्रेनें गुजरात के सूरत, राजकोट, भुज, गांधी धाम, अहमदाबाद, भरूच, वीरंगम आदि शहरों से आई है।
सूत्रों के अनुसार जिले में फिलहाल 35 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक अलग-अलग क्वारंटाइन सेंटरों में रखे जा रहे हैं। वहीं करीब 15 हजार लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। यहां आ रहे प्रवासियों में गुजरात से आने वालों की संख्या अधिक है। इन्हें क्वारंटाइन सेंटरों में रखने का निर्देश है। जिले में कुल 650 क्वारंटाइन कैंप में करीब 60 हजार लोगों को आवासित करने की क्षमता है। इन सेंटरों में इस समय 35 हजार से अधिक प्रवासी रह रहे हैं। जबकि क्वारंटाइन अवधि पूरा कर लेने वाले करीब 2500 प्रवासियों को विदा कर घर भेज दिया गया है। जिले में अभी तक महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना आदि राज्यों के दिल्ली, गाजियाबाद, नोयडा, गुड़गांव, दादरी, मुंबई, रायगढ़ पनवेल, कोल्हापुर, मोहाली, जालंधर, पटियाला, पानीपत, अलवर, सूरत, भुज, राजकोट आदि शहरों से भी बड़ी संख्या में प्रवासी यहां पहुंचे हैं।