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स्वास्थ्य लाभ के साथ अर्थ अर्जन में वरदान साबित होता दिख रहा नमामि गंगे घाट

सोनपुर का नमामि गंगे घाट यहां के विकास का पथ प्रशस्त करने में वरदान साबित हो रहा है। यहां दूरदराज से लोग पहुंच रहे हैं। इससे रोजगार के अवसर खुलेंगे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 04:56 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 04:56 PM (IST)
स्वास्थ्य लाभ के साथ अर्थ अर्जन में वरदान साबित होता दिख रहा नमामि गंगे घाट
स्वास्थ्य लाभ के साथ अर्थ अर्जन में वरदान साबित होता दिख रहा नमामि गंगे घाट

संवाद सहयोगी, सोनपुर: सोनपुर का नमामि गंगे घाट यहां के विकास का पथ प्रशस्त करने में वरदान साबित होते दिख रहा है। प्रधानमंत्री योजना के तहत निर्मित यह घाट नदी किनारे बना केवल एक आकर्षक घाट ही नहीं बल्कि रोजी रोजगार का बेहतर स्थल भी बनता जा रहा है। नारायणी नदी तट के शांत वातावरण के बीच यहां समय बिताने के लिये मुंबई की चौपाटी की तरह बड़ी संख्या में सुबह शाम युवाओं तथा संभ्रात लोगों का आगमन हो रहा।

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इस घाट के सुनहरे भविष्य देखते हुए इसके आस पास दूर दूर तक फैले निजी भू भाग पर रेस्टोरेंट तथा डिनर व चाय नाश्ता के लिए भव्य होटल का निर्माण कार्य जारी है। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि सूनसान स्थल पर बनने वाला नमामि गंगे घाट समय के साथ नित्य लोगों की बढ़ती भीड़ से एक मिनी मेला का स्वरुप धारण कर लेगा। अभी तो यहां आने वाले का एक मात्र उद्देश्य स्वच्छ और खुली हवा में टहलना तथा व्यायाम करना होता है, लेकिन निरंतर होती भीड़ में वृद्धि रोजगार के अवसर का द्वार खोल रहा है। इस घाट पर कार्तिक पूर्णिमा स्नान, सावन में शिव भक्त कांवरियों का स्नान, दीपावली में भव्य दीपोत्सव का आयोजन तथा छठ महापर्व जैसे प्रमुख आयोजन किया जाता है। इसके अलावा हरिहर क्षेत्र मेला के दौरान यहां महीने घर से अधिक तक श्रद्धालुओं का जमघट लगा रहता है। यह सभी आयोजन रोजगार के अवसर ही तो हैं। दीपावली पर जलाए गए थे सवा लाख दीप

इस वर्ष दीपावली के अवसर पर यहां सवा लाख दीपों से लगभग एक किलोमीटर से ऊपर तक घाट को सजाया गया था। इस आयोजन से कुंभकार दीया की बाती बनाने वाले गरीब तथा फूल बेचने वाले व सरसों तेल का कारोबार करने वाले का कारोबार बढ़ा। अगली बार जब यह का आयोजन और व्यापक स्तर पर होगा तब सवा लाख दीपों के लिए अनेकों गरीब परिवारों को रोजगार का अवसर उपलब्ध होगा। जब यह सभी रेस्टोरेंट्स बनकर तैयार होंगे तब पटना के लिए यहां से मोटर बोट की भी व्यवस्था की जाएगी। ताकि छुट्टियां बिताने के लिए राजधानी से भी लोगों का इस घाट पर आना हो सके। सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रयास से घाट का हो रहा निर्माण

सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी के प्रयास से निर्मित इस घाट के बगल में बहती गंडक नदी में बहुतायत संख्या में डाल्फिन है। वह दिन दूर नहीं जब इस स्थान को डॉल्फिन पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। जिस डाल्फिन को देखने पर्यटक देश विदेश जाते हैं ऐसे में तब उनका यही आना होगा। इस हाल में यहां रोजगार के व्यापक स्तर पर अवसर उपलब्ध होंगे। अभी नमामि गंगे घाट पर निर्माण कार्य चल ही रहा है। सवाई घाट से नरसिंह घाट तक यह बनकर तैयार है। उसके आगे कालीघाट से जोड़ना अभी शेष है। कालीघाट से जुड़ते ही नमामि गंगे घाट से नदी के किनारे किनारे घूमते हुए यहां से वैशाली तथा पटना जिले तक का नजारा देखा जा सकता है। ------------------

पर्यटन

- जुहू चौपाटी की तरह यहां जुटने लगे हैं युवा व संभ्रांत वर्ग के लोग

- दूर तक फैले निजी भू-भाग पर रेस्टोरेंट के अलावा बनने लगे होटल

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