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आयुष्मान भारत: पीएम की चिट्ठी घर-घर पहुंचा रही हैं आशा

आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभुकों का गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी पत्र आशा के माध्यम से घर-घर पहुंचाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 04:27 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 06:10 AM (IST)
आयुष्मान भारत: पीएम की चिट्ठी घर-घर पहुंचा रही हैं आशा
आयुष्मान भारत: पीएम की चिट्ठी घर-घर पहुंचा रही हैं आशा

जासं, छपरा : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल लाभार्थियों के घर प्रधानमंत्री का पत्र आशा पहुंचा रही हैं। इस पत्र से ही गोल्डेन कार्ड बनेगा और पांच लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। पत्र का वितरण कराने में क्षेत्र के मुखिया को भी शामिल किया गया है। मुखिया को आशा के माध्यम से अपने क्षेत्र के लाभार्थियों के बीच पीएम के पत्र का वितरण कराने की जिम्मेदारी दी गयी है।

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बारकोड युक्त है पत्र: प्रधानमंत्री का यह पत्र काफी महत्वपूर्ण है। इसमें योजना से संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध है। इस पत्र में बारकोड भी अंकित है। उसमें मरीज का पूरा विवरण है। यह पत्र इलाज के लिए लाभार्थी की आइडी का काम करेगा।

जनप्रतिनिधियों का सहयोग अपेक्षित: प्रधानमंत्री के पत्रों को प्रखंड कार्यालय पर भेजा गया है। उसका उठाव कर मुखिया उसे आशा के माध्यम से वितरण करवा रहे हैं। पत्रों को प्राप्त करने के बाद आशा को टोल फ्री नंबर पर कॉल करना है । आइवीआर ऑप्शन पर ' 9' नंबर दबाने पर एक्टिवेशन कोड पूछा जाएगा। आशा पत्र पर अंकित यूनिक कोड को डायल कर पंच करेंगी। इसके बाद गांव के हेल्थ सब सेंटर या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी कार्यक्रम आयोजित कर लाभार्थियों को पत्र वितरित किए जा रहे हैं। समन्वयक संजय कुमार यादव ने बताया जिले में अब तक 1.25 लाख लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। 13.96 लाख लोगों का कार्ड बनाने का लक्ष्य है। पंचायत स्तर पर कैंप लगाकार लाभार्थियों का नि:शुल्क कार्ड बनाया जा रहा है। पांच लाख तक का कैशलेस इलाज

वर्ष 2011 की सामाजिक-आर्थिक एवं जातिगत जनगणना में चिह्नित गरीब परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है। योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष पांच लाख तक का कैशलेस इलाज करा सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

योजना के तहत हड्डी, ऑर्थो, बर्न, नसबंदी, प्रसव, नवजात शिशु, इमरजेंसी रूम पैकेज, जानवर के काटने पर इलाज, शरीर के अंग के टूटने पर प्लास्टर, फूड प्वाइजनिग, नवजात शिशु, जनरल सर्जरी, जनरल मेडिसिन आदि के मुफ्त इलाज का प्रावधान है।

डॉ. माधवेश्वर झा, सिविल सर्जन, सारण


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